एसीएस माइंस वीनू गुप्ता ने सोमवार को उद्योग भवन में राजस्थान राज्य खनिज अन्वेषण ट्रस्ट की बैठक ली थी। गुप्ता ने कहा कि खनिज खोज में ड्रिलिंग, सेंपलिंग, सर्वे व इससे जुड़े कार्य में गति लाने के साथ ही इनके लिए आधारभूत सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। उन्होेंने कहा कि प्रदेश की विपुल खनिज संपदा के एक्सप्लोरेशन कार्य को गति देने के साथ ही अधिक से अधिक ब्लॉक तैयार कर भारत सरकार के पोर्टल पर ई नीलामी की जाएगी।
गुप्ता ने बताया कि राज्य के भू-भौतिकी, पेट्रोलोजी, रिमाट सेंसिंग आदि कार्यों के लिए आधारभूत संरचनात्मक सुविधाएं विकसित की जाएगी ताकि एक्सप्लोरेशन सर्वेक्षण कार्य को और अधिक आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने माइनिंग ब्लॉकों के ई आक्शन की सोशल मीडिया आदि पर व्यापक प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक लोग आगे आएं और प्रतिस्पर्धात्मक राशि प्राप्त हो सके।
उपसचिव माइंस नीतू बारुपाल ने बताया कि सितंबर 2020 में अधिसूचना जारी कर आरएसएमईटी का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि आरएसएमईटी के माध्यम से खनिज खोज कार्य को गति दी जा रही है।
आरएसएमईटी के मुख्यकार्यकारी एनपी सिंह ने बताया कि आरएसएमईटी द्वारा लाडपुरा, चांदगढ़, हाथुन, बिलाड़ा, करोघ की ढाणी व पापड़ा में आयरन ओर और लाईमस्टोन के भण्डारों की खोज के लिए कुल मिलाकर 12300 मीटर ड्रिलिंग कार्य करवाया है