जानकारी के मुताबिक उदयपुर के बेकरिया थाना क्षेत्र में एक बस पकड़ी गई। इस बस में वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा के करीब 40 से 45 अभ्यर्थी सवार थे। बताया जाता है कि उदयपुर के बेकरिया थाना क्षेत्र में पकड़ी गई इस बस में सवार कुछ अभ्यर्थियों के पास से इस भर्ती परीक्षा का पेपर मिला। अभ्यर्थियों के पास से मिले पेपर का भर्ती परीक्षा के पर्चे से मिलान कराया गया तो ये मैच कर गया। अभ्यर्थियों के पास मिले पेपर का परीक्षा के पेपर से मिलान होने के बाद पुलिस महकमा एक्टिव मोड में आया और इसकी जानकारी तत्काल उच्चाधिकारियों को दी। उच्चाधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लिया। बात राजस्थान लोकसेवा आयोग यानी तक पहुंची और आयोग ने पेपर निरस्त कर दिया।
पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि दुर्भाग्य से देशभर में पेपर लीक करने वाले गैंग पनप गए हैं, जिससे कई राज्यों में यहां तक कि ज्यूडिशियरी एवं मिलिट्री तक में पेपर लीक जैसी घटनाएं होती हैं। पर राजस्थान में सख्त कार्रवाई कर बेईमानों को जेल में बंद किया गया है। भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए हमारी सरकार ने सख्त कानून बनाया है। आज 24 दिसंबर को 9 से 11 बजे शिक्षक भर्ती की सामान्य ज्ञान की परीक्षा को ऐतिहातन निरस्त किया गया है जिससे किसी भी मेहनतकश युवा के साथ अन्याय ना हो। बाकी परीक्षाएं यथावत जारी रहेंगी। सरकार किसी भी युवा के साथ अन्याय नहीं होने देगी एवं दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। मैं परीक्षार्थियों को होने वाली परेशानी महसूस कर सकता हूं परन्तु अनुचित तरीके से परीक्षा पास करने के मंसूबे पाल कर आए लोगों का चयन नहीं होने दिया जाएगा। राजस्थान में सिर्फ मेहनती युवाओं को ही उनका हक मिलेगा। मेरी अपील है कि किसी के बहकावे में आने की बजाय आप अपनी तैयारी करें।