बस पर लगी थी फर्जी नंबर प्लेट
परीक्षा से एक दिन पहले यानि 23 दिसंबर को सभी अभ्यर्थियों को उदयपुर बुलाया गया। वहां पर रात भर बैठकर पेपर सॉल्व कराया गया। सुबह सभी लोगों को एक बस में बिठाकर जालोर रवाना हुए. इस बस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई गई. तीन लोगों को बस में पेपर सॉल्व कराने और प्रैक्टिस कराने के लिए बिठाया गया.
नकलचियों को दुस्साहस का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बस में बकायदे स्पीकर भी लगाए गए थे। जिससे नकलचियों को पूरी तरह से आवाज मिल सके। पेपर सभी लोग बेहतर तरीके से सॉल्व कर सकें। इस तैयारी से बस के बाहर से कुछ लोगों को शक हुआ और यहीं से पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई। पुलिस ने बस का पीछा करना शुरु किया। तो पता चला कि बस के पीछे मुख्य आरोपी सुरेश विश्नोई की गाड़ी चल रही है लेकिन पुलिस ने कंफर्म करने के लिए चाय की प्याली तक इंतजार किया।