राजस्थान पत्रिका ने उठाई थी आवाज राजस्थान पत्रिका न्यूज़ टुडे द्वारा इस मुद्दे पर चलाए गए अभियान में बुजुर्ग मरीजों की समस्याओं को 15 दिसंबर को प्रकाशित अंक में उजागर किया गया था। इसके बाद सरकार ने 75 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजों को यह छूट प्रदान की। हालांकि इससे पहले 72 वर्ष की उम्र तक के मरीजों को राहत देने की योजना थी जिसे बदलकर 75 वर्ष कर दिया गया।
किनको मिली है छूट? छूट का लाभ केवल गंभीर रूप से बीमार और बेड रेस्ट पर रहने वाले मरीजों को मिलेगा। इसके लिए संबंधित अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र के प्रमुख डॉक्टर का सत्यापित प्रमाण पत्र आवश्यक होगा। 75 वर्ष से अधिक उम्र के मरीजों को यह छूट सभी सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों जैसे मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में मिलेगी।
70 साल से कम उम्र वालों की समस्या बरकरार लाइव फोटो अनिवार्यता के कारण 70 साल से कम उम्र के मरीजों को हर महीने अस्पताल जाना पड़ रहा है। मधुमेह, बीपी और किडनी जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को नियमित दवा के लिए भी इतनी लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। ऐसे बुजुर्गों का कहना है कि सरकार को इस उम्र सीमा को घटाकर 70 साल करना चाहिए।
बुजुर्गों की अपील: 70 साल के मरीजों को भी मिले छूट 72 साल के एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी ने बताया कि मुझे हर महीने 80-100 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है जबकि दवा में कोई बदलाव नहीं है। पत्नी को साथ लाना भी संभव नहीं हो पाता। सरकार को हमारी समस्याओं के प्रति अधिक संवेदनशील होना चाहिए।
समाधान की दरकार सीनियर सिटीजन का कहना है कि सरकार को 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी मरीजों को लाइव फोटो प्रक्रिया से छूट प्रदान करनी चाहिए। इससे नियमित दवा लेने के लिए अस्पतालों में बार-बार आने की आवश्यकता नहीं रहेगी और उनकी समस्याओं में कमी आएगी।
इनका कहना है “आरजीएचएस के तहत नए आदेश से कुछ बुजुर्गों को राहत तो मिली है लेकिन सरकार को बाकी मरीजों के प्रति भी संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। लाइव फोटो प्रक्रिया में बदलाव से जिले में हजारों बुजुर्गों को राहत मिल सकती है “
– सुभाष चन्द्र शर्मा, जिला अध्यक्ष, राजस्थान पेंशनर्स संघ, कोटपूतली-बहरोड़ ” अभी प्रांतीय अधिवेशन में भी हमने यह मांग उठाई थी, मल्टीविटामिन के लिए भी सालाना 3000 रूपए कर दी गई है परंतु हमारी मांग इसमें 70 वर्ष की आयु सीमा कम करके 60 वर्ष के बुजुर्गों को भी शामिल करने की है “
– बृजभूषण कौशिक, जिला महासचिव, पेंशनर्स संघ कोटपूतली-बहरोड़