जयराम सिंह की कहानी कुछ ऐसी है कि जब इन्हें कारगिल में दुश्मनों के घुसपैठ करने की खबर मिली तो ये अपने साथियों के साथ युद्ध के लिए निकल गए। जयराम को पाकिस्तानी सेना ने अपना कब्जा कर रखी पहाड़ी तेलोलिंग को छुड़ाने का काम मिला। पहाड़ी पर पहुंचकर उन्होंने दुश्मनों से आमना-सामना किया। इसी युद्ध में उनके कई साथी भी शहीद हो गए।
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पहाड़ी पर तिरंगा फहराया
तेलोलिंग पहाड़ी पर हुए युद्ध के बाद उन्होंने वीरता का परचम लहराते हुए पहाड़ी पर तिरंगा फहराया, जो उनके लिए बहुत ही गर्व की बात थी। इसके अलावा उन्होंने एक अन्य पहाड़ी पर भी तिरंगा फहरा दिया। इस युद्ध में भी कई जवान शहीद हुए थे।
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खेत में बनाया घर
जयराम सिंह रिटायरमेंट के बाद अपने गांव में ही रहने लगे। उन्होंने खेत में अपना घर बना लिया। परिजनों को भी उनकी इस वीरता पर गर्व है। उनकी बहादुरी से प्रेरणा लेकर बच्चे भी सेना मे जाने का सपने देख रहे हैं।