खाद्य सुरक्षा योजना के तहत पंजीकृत लाभार्थी राजस्थान राज्य में किसी भी उचित मूल्य दुकानदार के पास जाकर पोस मशीन के माध्यम से ई-केवाईसी करवा सकते हैं। राशन डीलर्स को किसी राशनकार्ड में दर्ज सदस्यों में से किसी सदस्य की मृत्यु, विवाह होने पर उस राशनकार्ड में से उस सदस्य का नाम हटवाने के लिए उपभोक्ता को पाबंद करने के निर्देश दिए हैं।
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राजस्थान में 56.23 फीसदी परिवारों ने कराई ई-केवाईसी
राजस्थान में 56.23 फीसदी परिवारों ने ई-केवाईसी करवा ली है। सवाईमाधोपुर जिले में कुल 3 लाख 54 हजार 816 सदस्यों ने ई-केवाईसी करवाई है, जबकि 1 लाख 74 हजार 493 सदस्यों की ई-केवाईसी अभी होना शेष है। झालावाड़ जिले में खाद्य सुरक्षा योजना में 10 लाख 34 हजार 110 व्यक्ति शामिल हैं, जबकि अभी तक 2 लाख 59 हजार लोगों ने ही ईकेवाईसी करवाई है। डूंगरपुर जिले में अभी तक 66 फीसदी परिवारों ने अपनी केवाईसी करवा ली है। उदयपुर-सलूंबर जिले में 22 लाख 35 हजार 714 राशन कार्ड धारक हैं। इनमें से अब तक 12 लाख 26 हजार 65 लोगों की ई-केवाईसी अपडेट हुई है।
क्यों आवश्यक है राशन कार्ड ई-केवाईसी ?
गौरतलब है कि सरकार हर महीने मुफ्त राशन का वितरण करती है। अब सरकार ने यह निर्णय किया है कि सभी राशन कार्ड धारकों की ई केवाईसी कराई जाएगी। इसके माध्यम से सरकार के पास राशन कार्ड धारक के परिवार का वर्तमान विवरण पहुंचता है। जिसके माध्यम से सरकार परिवार के सभी सदस्यों को राशन कार्ड योजना का लाभ देने में सफल हो पाती है। साथ ही ई-केवाईसी के बाद राशन दुकानदार, राशन कार्डधारक से धोखाधड़ी नहीं कर पता है, क्योंकि राशन कार्ड ई-केवाईसी के बाद कार्डधारक को फिर से नया अपडेटेड राशन कार्ड मिल जाता है। इसके अलावा, यदि किसी परिवार में सदस्यों की संख्या बढ़ जाती है, तो ई-केवाईसी के माध्यम से सदस्य का नाम जोड़ा और परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु, विवाह होने पर राशनकार्ड में से उस सदस्य का नाम हटाया जा सकता है।