अशोक गहलोत याद दिलाया गठबंधन का धर्म
अशोक गहलोत ने आगे कहा गठबंधन धर्म को निभाते हुए 1998 से 2004 तक अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में TDP व शिवसेना के स्पीकर एवं UPA सरकार में 2004 से 2009 तक CPI(M) के स्पीकर रहे और अच्छे से लोकसभा का प्रबंधन हुआ। यह भी पढ़ें – राजस्थान में जल्द चलेंगी 500 ई-बसें, जानें प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना पर नया अपडेट कई राज्यों में स्पीकर की भूमिका से सरकार गिरी और पार्टियां टूटीं
अशोक गहलोत ने कहा, TDP और JDU को महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गोवा, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश एवं राजस्थान में भाजपा द्वारा किए गए सरकार गिराने के षड़यंत्रों को नहीं भूलना चाहिए। इनमें से कई राज्यों में तो स्पीकर की भूमिका के कारण ही सरकार गिरी और पार्टियां टूटीं।
TDP और JDU को चेताया, हो सकती है हॉर्स ट्रेडिंग
अशोक गहलोत ने कहा, 2019 में TDP के 6 में से 4 राज्यसभा सांसद भाजपा में शामिल हो गए थे और तब TDP कुछ भी नहीं कर सकी थी। अब अगर भाजपा लोकसभा स्पीकर का पद अपने पास रखती है तो TDP और JDU को अपने सांसदों की हॉर्स ट्रेडिंग होते देखने के लिए तैयार रहना चाहिए।