जिले में कई हिस्सों में मानसून की सक्रियता के कारण गुरुवार को भी रिमझिम से लेकर मध्यम बरसात का दौर बना रहा। झुंझुनूं के चिड़ावा में अंधड़ के साथ ओले गिरे। करीब 20 मिनट तक बरसात का दौर चला। राजधानी जयपुर में बीती रात हल्की बौछारें गिरी वहीं तेज रफ्तार से बही पुरवाई हवा के कारण मौसम सर्द हो गया। आज सुबह छह बजे शहर का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। जयपुर में सुबह शाम हल्की ठंडक होने लगी है। प्रदेश में सबसे कम तापमान बीकानेर में रिकार्ड किया गया। राजस्थान के अधिकांश जिलों में अब तक औसत से सबसे अधिक बारिश हो चुकी है।
दक्षिण पश्चिमी मानसून सामान्यतया 15 सितंबर तक प्रदेश से विदाई ले लेता है लेकिन बीते पांच साल में मानसून विदा होने का ट्रैंड बदलने लगा है। बीते पांच साल में सितंबर की बजाय मानसून अक्टूबर माह में वापस लौटा वहीं इस बार छठी बार अक्टूबर में मानसून की विदाई होना तय है। हालांकि वर्ष 2010 में मानसून प्रदेश के कई इलाकों में नवंबर माह तक भी सक्रिय रहा है।
राजस्थान में मानसून का पिछले 5 साल का हाल
वर्ष———–कब आया———वापसी————-लौटा
2014———3 जुलाई———23 सितंबर———अक्टूबर
2015———24 जून———7 सितंबर———29 अक्टूबर
2016———22 जून———15 सितंबर———12 अक्टूबर
2017———27 जून———15 सितंबर———11 अक्टूबर
2018———27 जून———29 सितंबर———01 अक्टूबर