दरसअल, बहरोड़ में बिना पानी की लाइन बिछाए ठेकेदार को 11.94 करोड़ का भुगतान कर दिया गया। मामले में लिप्त तत्कालीन अधिशासी और सहायक अभियंता के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोटपूतली-बहरोड़ अधीक्षण अभियंता से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांग चुके हैं। लेकिन आज तक रिपोर्ट नहीं भेजी गई है। इसे राजस्थान सरकार ने गंभीर माना है और कोटपूतली-बहरोड़ अधीक्षण अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली है।
ये है पूरा मामला
बता दें कि साल 2013 में बहरोड़ में सुचारू सप्लाई के लिए नलकूपों के पाइप और पंपसेट बदले जाने थे। लेकिन ठेकेदार ने बहरोड़ के तत्कालीन अधिशासी अभियंता अशोक कुमार व सहायक अभियंता रामकिशोर यादव से मिलीभगत कर नलकूप में पुराने पाइप डाल दिए। कई जगह तो पाइप लाइन ही नहीं बिछाई।
उसने डीआई और एचडीपीई पाइप लाइन बिछाना बता कर 11.94 करोड़ रुपए का भुगतान उठा लिया। कोटपूतली-बहरोड़ अधीक्षण अभियंता से रिपोर्ट मांगी गई लेकिन नहीं भेजी गई। इससे दोनों अभियंताओं को आरोप पत्र नहीं दिए जा सके और उन्हें पदोन्नति भी दे दी गई।