विधानसभा में प्रश्नकाल एक घंटे का होता है। इस दौरान कई विधायकों के प्रश्न लगे। कुछ प्रश्न ऐसे थे, जिसमें मंत्री जवाब नहीं दे पाए तो अध्यक्ष ने उनका बचाव करते हुए प्रश्न पूछने वाले विधायक को बैठक दिया। जब खान विभाग से जुड़ा एक प्रश्न प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने किया तो खान मंत्री प्रमोद जैन भाया पूरी तरह से जवाब नहीं दे पाए। मामला बिगड़ता देख विधानसभा अध्यक्ष सी.पी.जोशी ने राजेन्द्र राठौड़ को बैठने के लिए कहा और अलगा प्रश्न पुकार दिया।
राठौड़ ने इस पर आपत्ती दर्ज कराई और प्रश्न का पूरा जवाब दिलाने की मांग की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने उनकी एक भी नहीं सुनी। राठौड़ की बात के समर्थन में सत्ता पक्ष के अन्य विधायक भी आ गए और उन्होंने विरोध जताना शुरू किया। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को जारी रखा और प्रतिपक्ष के विधायकों की सुनी अनसुनी की।
मंत्री प्रमोद जैन भाया नहीं दे पाए सही जवाब
विधानसभा अध्यक्ष ने किया मंत्री का बचाव
राजेन्द्र राठौड को जबरन बैठने के लिए कहा
विरोध में सभी भाजपा विधायक आए वेल में
12 मिनट तक जमकर हंगामा और नारेबाजी
तो प्रश्न ना करें… अध्यक्ष ने कहा धन्यवाद
जब सदन में नारेबाजी चल रही थी और विधानसभा अध्यक्ष कोई ध्यान नहीं दे रहे थे तो नाराज होकर प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने गुस्से में कहा कि जब हमें प्रश्न पूछने ही नहीं दिया जाता है तो क्यों ना हम प्रश्न पूछना ही बंद कर दें। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने बिना कोई प्रतिक्रिया किए कहा… धन्यवाद।