Rajasthan Roadways: राजस्थान राज्य परिवहन निगम ने सरकार को बस किराया बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव भेजा है। जिसमें निगम ने एक बार फिर संसाधनों को बेहतर बनाने के लिए बस किराया बढ़ाने की मंजूरी मांगी है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि किराये में संशोधन का प्रस्ताव पहले भी सरकार को भेजा जा चुका है। जो परिवहन मंत्री के स्तर पर लंबित है, जिसे एक बार फिर चर्चा के लिए भेजा गया है। 2016 के बाद से अभी तक किराए में कोई संशोधन नहीं हुआ है।
आरएसआरटीसी प्रशासन ने चार श्रेणियों में किराया दरें बढ़ाने की मंजूरी मांगी है। जिसमें साधारण बसों से लेकर सुपर लग्जरी बसों तक 30 पैसे से 65 पैसे तक किराया बढ़ोतरी शामिल है।
दो से तीन गुना बढ़ाया जा सकता है किराया
इस प्रस्ताव को लेकर अधिकारियों का कहना है कि रोडवेज प्रबंधन तुरंत किराया वसूलने की जगह उन श्रेणियों में लागू करेगा, जहां कीमत बढ़ाने की जरूरत होगी। वसूला जाने वाला अधिकतम किराया सरकार द्वारा विभिन्न श्रेणियों में निर्धारित किया जाता है। उदाहरण के तौर पर एक्सप्रेस बसों की अधिकतम सीमा 90 पैसे है। अब इसे बढ़ाकर 125 पैसे प्रति किमी करने का प्रस्ताव भेजा गया है। मंजूरी मिलने पर किराए को दो से तीन गुना तक बढ़ाया जा सकता है।
आरएसआरटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहना है कि राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने 2016 के बाद से बस किराए में वृद्धि नहीं की है। पिछले कुछ वर्षों में डीजल की कीमत डेढ़ गुना बढ़ गई है। सातवें वेतन आयोग के लागू होने से कर्मचारियों का वेतन भी बढ़ा है। जिससे निगम के खर्चों में वृद्धि हुई है, लेकिन राजस्व में कमी आई है। इसे संतुलित करने के लिए किराया बढ़ाने की जरूरत है।
घाटे में चल रही रोडवेज
राज्य पथ परिवहन निगम पिछले कुछ वर्षों से घाटे का सामना कर रही है। पिछले महीने आरएसआरटीसी ने टिकट बिक्री की निगरानी के साथ-साथ बसों की ईंधन दक्षता बढ़ाने के लिए लाइव वाहन ट्रैकिंग प्रणाली शुरू की। नियमित मॉनिटरिंग से आरएसआरटीसी की कमाई में रोजाना 1 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई और वर्तमान में निगम की औसत दैनिक कमाई बढ़कर 5.5 करोड़ रुपए हो गई है।