बता दें कि शुक्रवार को जयपुर सहित
दौसा, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, अलवर, अजमेर, सिरोही और झालावाड़ में अच्छी बारिश हुई। बारां के छीपाबड़ौद में 38 एमएम, किशनगंज में 17, शाहाबाद में 17, छबड़ा में 16, अटरु में 8, अन्ता में 6, जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर शाम पांच बजे तक दो एमएम और सुबह आठ बजे तक 25 एमएम बारिश, कोटा में 60.6, फतेहपुर में 50, माउंटआबू में 24.6, सीकर में 33, भरतपुर में 35.3 एमएम बारिश दर्ज की गई।
कालीसिंध बांध का जलस्तर बढ़ा, एक गेट खोला
मध्य प्रदेश में हो रही बारिश का असर अब राजस्थान के बांधों पर दिखने लगा है। राजस्थान में बाधों का जलस्तर बढ़ने से गेट खोलने की नौबत आ गई है। झालावाड़ के कालीसिंध बांध का जलस्तर बढ़ने के बाद प्रशासन ने शुक्रवार को एक गेट खोला। यहां 819 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। दौसा में स्कूल व घरों में भरा पानी
दौसा जिले में जारी बारिश के दौर के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 21 पर दौसा के समीप ग्राम मित्रपुरा व पालावास जलमग्न हो गए हैं। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से घरों से लेकर स्कूल व रास्तों में पानी भर गया। टोंक, सीकर, कोटा, बारां, झालावाड़ सहित कई जिलों में बारिश हुई। इसससे किसान खुश हैं और फसलों में रौनक लौट आई।
माउंट आबू की वादियों में बहने लगे झरने
हरीतिमा की चादर ओढ़े पर्यटन स्थल माउंट आबू में शुक्रवार अलसुबह को हुई बारिश से वादियों में झरने बहने लगे। माउंट आबू-आबूरोड मार्ग से लेकर गुरुशिखर तक सडक़ के दोनों ओर जगह-जगह पहाड़ियों से मंद गति से बहते झरनों को निहारने का पर्यटकों ने आनंद लिया। दिनभर गहरी धुंध ने समूचे माउंट आबू को अपने आंचल में समेटे रखा, जिससे यहां सैर सपाटे को आए सैलानियों को वाहनों की लाइटें जलाकर ड्राइव करने पड़े। नदी, नालों में भी पानी बहने से नक्की झील, लोअर कोदरा व अप्पर कोदरा बांधों समेत विभिन्न जलाशयों, एनिकटों में पानी की आवक आरंभ हो गई है।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने आज 31 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की मानें तो आज टोंक, भीलवाड़ा और अजमेर में अतिभारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। वहीं, बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर और उदयपुर में भारी बारिश होगी। इसके अलावा जैसलमेर और बाड़मेर को छोड़कर बाकी जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की मानें तो रविवार को भी 30 जिलों में कहीं तेज तो कहीं कम बारिश होने की संभावना है।
अगले एक सप्ताह सक्रिय रहेगा मानसून
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी व बांग्लादेश, पश्चिम बंगाल तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मानसून ट्रफ लाइन अपने सामान्य अवस्था में है। पूर्वी राजस्थान के अनेक स्थानों पर आगामी एक सप्ताह मानसून सक्रिय रहने तथा अधिकांश स्थानों पर बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। इस दौरान कोटा, उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी व एक दो स्थानों पर अति भारी बारिश होने की संभावना है। भरतपुर, जयपुर, अजमेर, बीकानेर व जोधपुर संभाग के भी कुछ भागों में मध्यम व कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है। अगले चार-पांच दिन बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है।पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर व बीकानेर संभाग के अनेक स्थानों पर 29 से 31 जुलाई के दौरान बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने और अनेक स्थानों पर हल्के से मध्यम व कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है।