पायलट ने कहा कि 2023 में ईडी ने द्वितीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा को गिरफ्तार किया था और अब एसओजी ने सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पेपरलीक प्रकरण में आरपीएससी के पूर्व सदस्य
रामूराम राईका को गिरफ्तार किया है। इससे संस्था की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लग गया है।
4 लाख भर्तियों में विश्वसनीयता जरूरी
पायलट ने आगे कहा कि बजट में चार लाख सरकारी नौकरियां देने की घोषणा की गई है। जिनमें से एक लाख नौकरियां मार्च 2025 तक देने के लिए कहा गया है। ऐसे में भर्ती परीक्षाओं और इसकी चयन प्रणाली में पूरी पारदर्शिता होने के साथ ही परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं और उनके माता-पिता में परीक्षा लेने वाली संस्था के प्रति विश्वसनीयता कायम रखना सरकार का दायित्व है।
बेनीवाल ने की पूर्व अध्यक्ष को गिरफ्तार करने की मांग
वहीं, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित आरपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष एसआई भर्ती – 2021 को रद्द करने श्रोत्रिय की भूमिका को भी नकारा की मांग की है।
साथ ही राजस्थान नहीं जा सकता, क्योंकि संस्था के लोक सेवा आयोग के तत्कालीन किसी भी गोपनीय कार्य में सीधे अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय को गिरफ्तार अध्यक्ष का दखल होता है। ऐसे में करने की मांग भी की है। युवाओं के हित में श्रोत्रिय को भी सांसद बेनीवाल ने कहा कि गिरफ्तार करना आवश्यक है।