बारिश के कारण रेस्क्यू में देरी
बारिश होने से मौके पर वाटर प्रूफ टेंट लगाया गया, लेकिन लगातार बारिश होने से यह कारगर नहीं रहा। बारिश शुरू होने से पहले दूसरे बोरवेल में केवल एक पाइप उतारना शेष रह गया था। उसके बाद टनल बनाने का कार्य शुरू होना था। लेकिन बारिश होने से दिनभर एक पाइप भी नीचे नहीं उतारा जा सका।प्लान ए के साथ प्लान बी शुरू नहीं करने पर खड़े हो रहे सवाल
प्लान ए के बाद प्लान बी शुरू करने में देरी से भी अब सवाल खड़े होने लगे है। लोगों का कहना है कि यदि प्लान ए के साथ प्लान बी भी उसी समय शुरू कर देते तो बालिका को बाहर निकालने में समय नहीं लगता है।अब सुरंग खुदाई का काम शुरू
बोरवेल में 150 फीट के बाद पथरीली भूमि आने से कटाई में सुबह से शाम तक का समय लग गया था। पाइप डालने के 55 टन की क्षमता की हाइड्रोलिक मशीन मंगाई गई थी। लेकिन नीचे उतारे जाने वाले पाइप का वजन 55 टन से अधिक होने पर सौ टन की क्षमता की दूसरी मशीन मंगाई गई।बोरवेल में फंसी चेतना 95 घंटे से भूखी-प्यासी, बारिश के कारण 5वें दिन रेस्क्यू में आई बाधा
6 दिन से मौके पर ये अधिकारी
पिछले पांच दिन से एडीएम ओमप्रकाश सहारण, एएसपी वैभव शर्मा, एसडीएम बृजेश चौधरी, उप अधीक्षक राजेन्द्र बुरडक, तहसीलदार रामधन गुर्जर, नगर परिषद आयुक्त धमर्पाल जाट, सीएमएचओ डॉ. आशीष सिंह शेखावत, बीसीएमओ डॉ. पूरण चंद गुर्जर, कोटपूतली थानाप्रभारी राजेश शर्मा, पनियाला थाना प्रभारी मोहरसिंह व सरूण्ड थानाप्रभारी मोहम्मद इमरान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।बोरवेल से मासूम चेतना को निकालने के लिए कभी भी उतर सकती है रैट माइनर्स की टीम
इनका कहना है…
बालिका को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी टीमें एकजुट होकर लगातार कार्य कर रही है। बारिश के कारण दूसरे बोरवेल में पाइप डालने का कार्य जरूर बाधित हुआ था। लेकिन अब बोरवेल में केसिंग का कार्य पूरा हो गया है। इसके बाद टनल बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा।-कल्पना अग्रवाल, जिला कलक्टर कोटपूतली बहरोड़