घटनास्थल पर एनडीआरएफ व एसआरडीएफ के अलावा पुलिस प्रशासन की टीम ने पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लेकिन मंगलवार सुबह तक कोई सफलता नहीं मिली है। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत और एएसपी वैभव शर्मा मौके पर मौजूद है।
जुगाड़ आया काम
बांदीकुई व दौसा में बोरवेल में गिरने वालों को बाहर निकालने का रेस्क्यू ऑपरेशन करने वाले तीन युवकों को भी एसडीआरएफ की टीम अपने साथ लेकर पहुंची। टीम में शामिल जगमाल, नाथूराम व बलराम को बोरवेल में गिरी मोटर बाहर निकालने का अनुभव है। इन्होंने लोहे की रिंग बनाकर सरियों की सहायता से रिंग को नीचे बोरवेल में उतारा। जिससे सफलता मिलती नजर आ रही है।
19 घंटे से भूखी-प्यासी है चेतना
बता दें कि तीन साल की बच्ची चेतना सोमवार को बड़ी बहन के साथ खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गई थी। चेतना करीब 19 घंटे से भूखी-प्यासी है। बोरवेल की चौड़ाई कम होने से वह हिलढुल नहीं पा रही है। सोमवार को गड्डे में कैमरा डालने पर बच्ची के हाथों में मूवमेंट देखा गया।