द्रव्यवती नदी को पक्का करने पर उठाए सवाल
जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने सोमवार को जलदाय विभाग के इंजीनियरों के साथ बैठक करते हुए कई प्रोजेक्ट्स की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार के समय शुरू हुए द्रव्यवती नदी प्रोजेक्ट में नदी को पक्का करने पर सवाल उठा दिए।‘अब एसटीपी बनाकर कुओं में डालेंगे पानी’
जलदाय मंत्री ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा, ‘हम अब नदी में प्रत्येक किलोमीटर पर एसटीपी बनाकर पानी को कुओं में डालेंगे, जिससे शहर का रिचार्ज सिस्टम फिर से जिंदा हो सके। जमीन में पानी नहीं होने के कारण झोटवाड़ा में तो जल जीवन मिशन के तहत खोदे गए 120 नलकूप फेल हो गए।’‘ट्रेन से पानी पहुंचाने की न आ जाए नौबत’
जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि प्रदेश के 25 जिलों में 48 घंटों में सप्लाई हो रही है और ये जिले जल संकट से जूझ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के 40 जिलों में 9071 टैंकर द्वारा प्रतिदिन पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इसी तरह शहरी क्षेत्र के 56 शहरों में 3667 टैंकरों द्वारा प्रतिदिन पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। मुझे चिंता है कि इस बार मानसून के हालात पिछले साल जैसे रहे तो कहीं ट्रेन से पानी पहुंचाने की नौबत न आ जाए।एसआइटी नहीं, अब सीबीआई कर रही जांच
कांग्रेस सरकार के समय जल जीवन मिशन में हुए भ्रष्टाचार की एसआइटी जांच पर उन्होंने कहा कि अब एसआइटी की जरूरत नहीं है, क्योंकि देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई जांच कर रही है।– जिन इलाकों में पानी का संकट उस क्षेत्र के इंजीनियर से हालात को लेकर सीधा संवाद
– बीसलपुर बांध में अतिरिक्त 3 1 टीएमसी पानी को जयपुर लाने के लिए नई लाइन बिछाएंगे
– जहां जितनी जरूरत होगी उतना पानी बढ़ाया जाएगा बीसलपुर सिस्टम से
– टैंकर वितरण में भ्रष्टाचार सामने आता है तो सीधे एफआइआर दर्ज होगी
मंत्री के बोल…मैं कोई बालाजी नहीं, जो पानी आ जाए
प्रदेश में गहराते पेयजल संकट पर जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि वे कोई बालाजी नहीं हैं, जो फूंक मार दें और पानी आ जाए।जलदाय विभाग के इंजीनियरों के साथ सोमवार को यहां बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने यह बात कही।मंत्री ने कहा कि यह बात वे इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पिछले वर्ष बारिश कम हुई और अब बांधों में महज 35 प्रतिशत पानी ही रह गया है। यही हाल बीसलपुर का भी हुआ। मेरी तो भगवान से प्रार्थना है कि मानसून ऐसा आए कि बांध भर जाएं। नहीं तो हो सकता है कि कई जगह ट्रेन से पानी पहुंचाना पड़े। उन्होंने कहा, सीएम भजनलाल भी गर्मी में पेयजल संकट के समाधान को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं।