एसओजी का साफ संदेश हैं कि उनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हाल ही बरसाना से पकड़ी गई छम्मी व हैदराबाद से पकड़े गए आरोपी बेनीवाल ने भी समर्पण करने के ओमप्रकाश ढाका व सुनील लिए एसओजी व जोधपुर रेंज पुलिस को संदेश पहुंचाया था। लेकिन पुलिस ने उनकी शर्ते मानने से इनकार कर दिया था और उन्हें तलाश गिरफ्तार कर लिया।
इक्के-दुक्के केस दर्ज कर ले, रिमांड पर ना लिया जाए
सूत्रों के मुताबिक
पेपर लीक के कई वांटेड ने शर्त रखी कि उनके खिलाफ अलग-अलग परीक्षाओं के कई मामले दर्ज करने की बजाय एसओजी इक्के-दुक्के केस दर्ज कर ले। पूछताछ के लिए उनको रिमांड पर नहीं लिया जाए। हालांकि जिन चैनल के जरिये वांटेड ने अपना संदेश पहुंचाया, उन्हें साफ कह दिया है कि झूठ बोले तो रिमांड पर भी लेंगे। जितनी परीक्षाओं के पेपर लीक किए या फिर डमी अभ्यर्थी बैठाने और अन्य नकल करवाने के मामले सामने आएंगे तो उन सभी में उनके खिलाफ केस दर्ज किए जाएंगे।
उप निरीक्षक से जब्त किया छम्मी का मोबाइल
एसओजी ने गिरफ्तार शिक्षिका सम्मी उर्फ छम्मी का मोबाइल जोधपुर रेंज आइजी टीम की उप निरीक्षक से जब्त करना दिखाया है। एसओजी अब मोबाइल की तस्दीक करेगी कि उसके अंदर से क्या-क्या संदेश डिलीट किए गए हैं। एसओजी मोबाइल में डिलीट संदेश को रिकवर करने का प्रयास करेगी।
सांचौर के चितलवाना निवासी छम्मी ने एसओजी टीम को 7 दिन पहले खुद का मोबाइल गुम होना बताया था। उसे पकड़ने वाली जोधपुर रेंज की टीम ने भी इसकी पुष्टि की। लेकिन हैदराबाद से पकड़े गए आरोपी ओमप्रकाश ढाका ने छम्मी के पास मोबाइल होना बताया था, तब मामला अधिकारियों के पास पहुंचा था। इसके बाद उसको पकड़ने वाली टीम ने मोबाइल एसओजी को सौंपा था। एसओजी मोबाइल को पुलिस टीम से जब्त करना दिखाने की बात पर अड़ गई थी, तब महिला उप निरीक्षक से मोबाइल एसओजी को सौंपा।