सब्सिडी का नियम यह
रूफ टॉप सोलर संयंत्र की निर्धारित लागत पर केंद्र सरकार की ओर से 3 किलो वॉट तक 40 व इससे ऊपर 10 किलोवॉट तक 20 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। जोधपुर डिस्कॉम ने वेंडर घोषित किए हैं,जो सब्सिडी राशि कम कर लेते हैं या नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय से सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में दी जा रही है।
यह भी पढ़ें – Good News : आरपीएससी ने निकाली भर्तियां, 18 जनवरी से आवेदन होंगे शुरू, अगर ये किया तो फार्म होंगे रद्द
राजस्थान में बढ़ेगा दायरा
राजस्थान में अब तक 10 गीगावाट से अधिक सौर ऊर्जा क्षमता विकसित की गई है, जो देश में कुल विकसित सौर ऊर्जा क्षमता का 20 प्रतिशत है। पिछले तीन साल में 6 हजार 552 मेगावाट से अधिक सौर ऊर्जा क्षमता विकसित की गई। केंद्र सरकार के 2030 तक देश में 500 गीगावाट सोलर ऊर्जा क्षमता विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
देश में चल रहे प्रोजेक्ट
– नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की ओर से 6 अक्टूबर 2022 को शुरू हुए ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर कार्यक्रम के सेकंड फेज का विस्तार किया है। यह 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दिया गया है।
सब्सिडी बढऩे पर प्रोत्साहन मिलेगा – लाभ सिंह मान
जोधपुर डिस्कॉम, श्रीगंगानगर अधीक्षण अभियंता लाभ सिंह मान ने कहा अब तक रूफ टॉप सोलर में लोगों का अच्छा रुझान रहा है। अब सब्सिडी बढऩे पर लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा। इससे अधिकाधिक यूनिट लगेंगी। प्राकृतिक ऊर्जा का अधिकाधिक इस्तेमाल होना सभी के हित में रहेगा।
फैक्ट फाइल – पहले – अब
5 किलोवॉट 58352 – 72000
6 किलोवॉट 65646 – 81000
8 किलोवॉट 80234 – 99000
10 किलोवॉट 94822 – 117000
वर्ष – संख्या
2020-21 – 1423
2021-22 – 1111
2022-23 – 559
2023-24 – 473 कुल – 3566
कुल लोड – 41975
राज्य में 40 हजार यूनिट।