पेड़ बचाने के लिए हमारे यहां लोग अपनी जान की परवाह नहीं करते
राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि भारतीय सनातन दृष्टि प्रकृति पूजक रही है। इसके पीछे बड़ा वैज्ञानिक तथ्य यही है कि पारिस्थितिकी संतुलन बना रहे। उन्होंने राजस्थान में खेजड़ली में शमी वृक्ष ‘खेजड़ी’ के लिए किए गए बलिदान को स्मरण करते हुए कहा कि हमारे यहां पेड़ बचाने के लिए लोगों ने अपनी जान की भी परवाह नहीं की है। उन्होंने प्रकृति के पंचभूत तत्वों का उल्लेख करते हुए पेड़ लगाने और उनके संरक्षण के लिए भी सभी को कार्य करने पर जोर दिया। यह भी पढ़ें – हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री पर साधा निशाना, बोले – NEET Exam में बड़े स्तर पर हुई है गड़बड़ी, CBI जांच हो अधिक से अधिक लोग वृक्ष मित्र बनें
राज्यपाल कलराज मिश्र ने पेड़ों को धरती का शृंगार बताते हुए हरी-भरी धरा के लिए सबको मिलकर कार्य करने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि इतने पेड़ लगे कि पर्यावरण का अपने आप संरक्षण हो। अधिक से अधिक लोग वृक्ष मित्र बनें। इससे पहले श्री कल्पतरु संस्थान के ‘ट्री मैन ऑफ इण्डिया’ के रूप में चर्चित विष्णु लाम्बा ने संस्थान की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। राज्यपाल ने जयपुर एनवायरमेंट फेस्टिवल-प्री लांचिंग के पोस्टर का विमोचन किया।