Rajasthan News : जयपुर। वन मंत्री संजय शर्मा बुधवार को पर्यटक बनकर नाहरगढ़ जैविक उद्यान का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने अव्यवस्थाएं देखकर नाराजगी जताई और उच्च अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए। जानकारी के अनुसार दोपहर 12:15 बजे वनमंत्री शर्मा जैविक उद्यान पहुंचे। जहां उन्होंने टिकट विंडो से सामान्य पर्यटक की तरह प्रवेश के लिए टिकट खरीदा। जैसे ही उन्होंने प्रवेश किया तो किसी ने टिकट जांच नहीं की।
इसके बाद वह सबसे पहले वहां बने कार्यालय पहुंचे और कर्मचारी उपस्थिति रजिस्टर जांचे। उन्हें 29 में से 10 वनकर्मी, अधिकारी ही उपस्थित मिले। इसके बाद जब मंत्री जैविक उद्यान में पहुंचे तो केवल टिकट ही जांचा जा रहा था। जबकि पर्यटकों की जांच नहीं हो रही थी, इसलिए प्लास्टिक की बोतलें खुलेआम ले जाई जा रही थीं। ये देखकर उन्होंने आपत्ति जताई क्योंकि प्लास्टिक ले जाने पर प्रतिबंध है। मंत्री ने शौचालय का भी निरीक्षण किया।
बिना जांच के परोसा जा रहा था मीट
वनमंत्री जब वन्यजीवों के बाड़े के पास से निकल रहे थे तो उस वक्त जानवरों को भोजन दिया जा रहा था। उन्होंने मीट की जांच की तो उसमें बदबू आ रही थी। ये देखकर उन्होंने गुणवत्ता पर सवाल उठाए। पूछताछ में पता चला कि मीट की कोई जांच नहीं होती है। इतना ही नहीं, मीट को खुले में ले जाया जा रहा था। जिस वाहन में मीट ले जाया जा रहा था, वह था निजी लेकिन उस पर राजस्थान सरकार लिखा हुआ था। यह देखकर मंत्री नाराज हो गए। वनमंत्री ने वन विभाग की एसीएस को लापरवाही की तुरंत जांच करवाकर कार्रवाई की बात कही है।
पर्यटक बोले, कोई नहीं रहता, सूचना केंद्र भी बदहाल
निरीक्षण के दौरान वनमंत्री ने सैलानियों से भी फीडबैक किया। जिसमें उन्होंने स्टाफ की संख्या बढ़ाने, पार्क में भ्रमण के लिए इलेक्ट्रिक गाड़ी की संख्या में वृद्धि करने की बात कही। मंत्री ने उन्हें जल्द समाधान का आश्वासन दिया। मंत्री ने ई-रिक्शा चालकों के पुलिस वेरिफिकेशन के भी निर्देश दिए। उन्होंने सूचना केंद्र की दयनीय स्थिति पर भी नाराजगी जताई।