उन्होंने कहा कि यदि तीसरा मोर्चा बनता तो उसमें वामपंथी होते, हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह सहित अन्य नेता भी होते। बेनीवाल की कई बार हमारे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी से बात हुई थी। किसानों की रैली थी तो उन नाते वे शामिल होने आए थे। राजस्थान प्रभारी योगराज सिंह ने बताया कि घोषणा पत्र में किसानों के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करवाना प्राथमिकता होगी। इसके अलावा सुराज, समाजिक विकास, युवा और रोजगार, कृषि, डेयरी को भी घोषणा पत्र में जगह दी गई है।
हम मीठी बोली वाले लोग छोटे-छोटे दल और छोटे दिलों के लोग राजनीति में लम्बे समय तक नहीं चलते। स्टेज से गाली देने वाला नेता कभी सफल नहीं होता है। हम मीठी बोली की राजनीति करते हैं। यही हमारे संस्कार भी हैं।