कार्यकारिणी की घोषणा होने को लेकर आला नेताओं ने इसके संकेत भी दिए हैं। प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी को लेकर बीते एक माह से जयपुर और दिल्ली में कवायद चल रही थी, इस दौरान संभावित नामों की सूची में कई बार कांटछांट भी की गई थी। कार्यकारिणी को अंतिम रूप देने के लिए पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कई बार दिल्ली जाकर प्रदेश प्रभारी अजय माकन और कई वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन भी किया था।
वरिष्ठ-अनुभवी नेताओं को कार्यकारिणी में प्राथमिकता
विश्वस्त सूत्रों की माने तो कार्यकारिणी में अनुभवी और वरिष्ठ नेताओं को तरजीह दी गई है। संगठन का लंबा अनुभव रखने वाले नेताओं को इसमें जगह मिली है। साथ ही पूर्व सांसदों और पूर्व मंत्रियों को भी कार्यकारिणी में एडजस्ट करने की बात की सामने आ रही है।
हालांकि कार्यकारिणी में सचिव पद पर नए और युवा चेहरों को मौका देने की बात भी कही जा रही है। प्रदेश कांग्रेस की कार्यकाऱिणी इस बार महज 30 से 35 लोगों से ज्यादा नहीं होगी। हालांकि प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी का विस्तार कांग्रेस के संभाग फीडबैक कार्यक्रमों के बाद किया जाएगा, जिसमें -जिलाध्यक्षों की घोषणा के साथ कार्यकारिणी का विस्तार किया जाएगा।
निकाय चुनाव के चलते जल्द कार्यकारिणी
वहीं प्रदेश कांग्रेस की नई कार्य़कारिणी के आज या कल घोषित होने की एक वजह 90 निकायों में होने वाले चुनाव भी हैं। निकाय चुनावों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हो चुकी है। 90 निकायों में प्रत्याशियों के चयन के लिए रायशुमारी के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्य़कारिणी के नेताओं को ही पर्यवेक्षक लगाया जाएगा।
साथ ही इन निकायों में चुनाव में प्रबंधन का काम भी प्रदेश कांर्यकारिणी के नेता देखेंगे। इससे पहले पंचायत चुनाव में मिली हार की वजह पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के नहीं होने को भी बता चुके हैं। डोटासरा का कहना था कि कार्यकारिणी के नहीं होने से वे बेहतर चुनाव प्रबंधन नहीं कर पाए।
राजनीतिक नियुक्तियों-मंत्रिमंडल के लिए इंतजार
वहीं दूसरी राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार के लिए भी और दो माह का इंतजार करना पड़ेगा। बताया जाता है कि सत्ता और संगठन 90 निकाय़ों के चुनाव संपन्न होने और विधानसभा में आगामी बजट सत्र के बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां करने के मूड में हैं। ऐसे में पिछले दो साल से मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार कर रहे विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं का इंतजार और लंबा होने वाला है।