बेनीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का मकसद है कि निर्दलीय लड़कर चुनाव जीतकर मंत्री बनने वाले जैसे लोग भी राजनीति में खत्म होने चाहिए, क्योंकि ये जनता के भरोसे को बेचने जैसा है। उन्होंने कहा कि भाजपा व कांग्रेस दोनों पार्टियां आपस में मिली हुई है।
विधानसभा में किसी ने किसानों, युवाओं, मजदूरों की आवाज नहीं उठाई है। गरीब, किसान, मजदूर की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पहले की तरह उनका आज भी शोषण हो रहा है। इसलिए दोनों ही पार्टियों को सबक सिखाने का समय आ गया है।
बेनीवाल ने कहा प्रदेश में किसान का बेटा मुख्यमंत्री बनेगा तभी सही मायनों में विकास हो सकेगा। बेनीवाल सत्ता का भूखा नहीं है। यदि गहलोत व वसुंधरा की चापलूसी करता तो मैं भी मंत्री बन जाता, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। हमेशा किसान व मजबूर के हक के लिए संघर्ष किया।