दरअसल, राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। नोमिनेशन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है, प्रत्याशी 30 अक्टूबर तक नाम वापस ले सकेंगे। जबकि 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, इसके बाद 23 नवंबर को रिजल्ट की घोषणा होगी।
बता दें अब तक बीजपी एवं कांग्रेस ने सभी सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। वहीं, BAP-RLP ने भी अपने प्रभाव वाली सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। ऐसे में आज बीजेपी, कांग्रेस और बाप पार्टी के कई उम्मीदवारों ने नामांकन भी दाखिल किया है। कुछ सीटों पर कल अंतिम दिन नामांकन दाखिल किए जाएंगे।
BSP ने बताया- क्यों नहीं लड़ेंगे?
भगवान सिंह बाबा ने लेटर जारी कर बताया कि पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिये जिला, विधानसभा एव सेक्टर स्तरीय पदाधिकारियो के पुनर्गठन का कार्य चल रहा है। निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाकर सक्रिय कार्यकर्ताओ को जिम्मेदारी दी जा रही है। इसलिए केंद्रीय कार्यकारणी ने यह निर्णय लिया है कि पार्टी नवम्बर माह मे राजस्थान में होने वाले 7 सीटो पर उपचुनाव में, अपने प्रत्याशी खड़ा नहीं करेगी।
2023 में 2 सीटों पर मिली थी जीत
मालूम हो कि 2023 के विधानसभा चुनावों में मायावती की बहुजन समाज पार्टी को दो सीटों पर जीत मिली थी। सादुलपुर से मनोज न्यांगली और धौलपुर के बाड़ी विधानसभा क्षेत्र से जसवंत सिंह गुर्जर बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। इन दोनों विधायकों ने लोकसभा चुनाव से पहले ही बसपा को अलविदा कह दिया था। बसपा के दोनों विधायक शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हो गए और एनडीए का हिस्सा बनकर लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार किया था।
इन सीटों पर होगा उपचुनाव
गौरतलब है कि 13 नवंबर को राजस्थान की 7 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। प्रदेश की रामगढ़ (अलवर), दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी और सलूंबर सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव के परिणामों में इनमें से भाजपा के पास केवल 1 सीट थी, वहीं कांग्रेस के पास 4 सीटें थी। इसके अलावा एक सीट बाप और एक सीट RLP के पास थी।