Rajasthan By-Election 2024 : कांग्रेस 4 तो भाजपा 2 सीटों पर मान रही कड़ा मुकाबला, दोनों बना रही जीत का नया फार्मूला
Rajasthan By-Election 2024 : राजस्थान विधानसभा उप चुनाव में 7 सीटों को जीतने की रणनीति भाजपा व कांग्रेस बना रही है। भाजपा 5 सीटों पर अच्छी स्थिति, वहीं 2 पर कड़ा मुकाबला मानकर चल रही है। तो कांग्रेस 4 पर कड़ा मुकाबला तो 3 पर हालात ठीक मान रही है। पर कांग्रेस गठबंधन को लेकर असमंजस में है।
Rajasthan By-Election 2024 : विधानसभा उप चुनाव की घोषणा के साथ ही राजनीतिक दल जीत के गुणा-भाग में जुट गए हैं। कांग्रेस प्रदेश की 7 सीटों में से 2 सीटों पर लोकसभा की तर्ज पर अन्य दलों के साथ गठबंधन करेगी या नहीं, यह तय नहीं पाया है। इसी असमंजस में सभी सीटों पर तैयारी में जुटी है। वहीं भाजपा कुछ सीटों पर त्रिकोणीय संघर्ष को रोकने की रणनीति बनाने में जुट गई है। भाजपा पांच सीटों पर अच्छी स्थिति, वहीं 2 पर कड़ा मुकाबला मानकर चल रही है। तो कांग्रेस 4 पर कड़ा मुकाबला तो 3 पर हालात ठीक मान रही है। इस गणित को देखते हुए दोनों दलों ने रणनीति तेज कर दी है। उधर, BAP व RLP भी तैयारी में लगी है। भाजपा सलूंबर और चौरासी सीट पर ज्यादा संघर्ष मान रही है।
भाजपा : तीन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले से बचने की रणनीति
भाजपा सात में से तीन सीटों को जीतने के लिए इस कोशिश में जुट गई है कि इन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला ना हो। 2023 के विधानसभा चुनावों में तीन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा को हार मिली थी। पार्टी नेताओं का मानना है कि देवली-उनियारा, रामगढ़ और झुंझुनूं सीट पर यदि त्रिकोणीय मुकाबला नहीं होता तो चुनाव परिणाम कुछ और होते। पार्टी खींवसर सीट पर भी नजरें जमाए बैठी है। आरएलपी-कांग्रेस का गठबंधन होता है तो उनकी कोशिश रहेगी कि तीसरा कोई मजबूत व्यक्ति चुनाव ना लड़े, जो भाजपा के कोर वोटर्स में सेंध लगाए।
1- झुंझुनूं में भाजपा, कांग्रेस से 28 हजार से ज्यादा वोटों से हारी। 2- देवली-उनियारा में भाजपा प्रत्याशी आरएलपी से 19 हजार 175 वोटों से चुनाव हार गए। 3- रामगढ़ सीट पर भी बागी के उतरने से भाजपा तीसरे नम्बर पर चली गई।
कांग्रेस : 4 सीटों पर कड़ी चुनौती मानकर तलाश रहे हैं तोड़
उप चुनाव को लेकर कांग्रेस ने बुधवार को तैयारी तेज कर दी। पार्टी 7 सीटों में से 4 पर कड़ा मुकाबला तो 3 सीटों पर स्थिति ठीक मान कर चल रही है। हालांकि पार्टी ने तय किया है कि बूथ स्तर पर तैयारी में कहीं कसर नहीं छोड़ी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस चौरासी, खींवसर, सलूंबर और रामगढ़ में कड़ा मुकाबला मान रही है। देवली-उनियारा, दौसा और झुंझुनूं में कांग्रेस अपनी स्थिति अच्छी मानकर चल रही है। कड़े मुकाबले वाली 4 सीटों में से चौरासी और खींवसर में बीएपी व आरएलपी से गठबंधन को लेकर चर्चा का दौर अभी थमा नहीं है।
नाम मंगाने का काम जल्द
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा का कहना है कि पार्टी सभी सीटों पर तैयारी में जुटी है। गठबंधन होगा या नहीं, निर्णय आलाकमान करेगा। कांग्रेस सभी 7 सीटों पर टिकट के मंथन के लिए एक दो दिन में नाम मंगाने का काम शुरू करेगी।
सलूंबर से संभावित उम्मीदवार
भाजपा विधायक अमृतलाल मीणा के निधन की वजह से इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। इस सीट पर संभावित उम्मीदवार भाजपा से अविनाश मीण और कांग्रेस रघुवीर मीणा हो सकते हैं।
चौरासी से संभावित उम्मीदवार
डूंगरपुर बांसवाड़ा से बाप से राजकुमार रोत सांसद चुने गए। जिस वजह से चौरासी सीट रिक्त हो गई। अब यहां पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। इस सीट पर संभावित उम्मीदवार कांग्रेस से ताराचंद भगोरा, भाजपा से सुशील कटारा और BAP से पोपटलाल खोखरिया हो सकते हैं।
रामगढ़ से संभावित उम्मीदवार
कांग्रेस विधायक जुबेर खान के अचानक निधन से रामगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। इस सीट पर संभावित उम्मीदवार कांग्रेस से सफिया जुबेर या आर्यन खान को टिकट दे सकती है। सफिया, जुबेर खान की पत्नी है और आर्यन बेटा है। भाजपा के टिकट के लिए जय आहूजा और सुखवंत सिंह में किसी को टिकट दे सकती है।
खींवसर से संभावित उम्मीदवार
हनुमान बेनीवाल के नागौर से सांसद बनने की वजह से खींवसर सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। इस सीट पर संभावित उम्मीदवार कांग्रेस से राघवेंद्र मिर्धा और बिंदु चौधरी तो भाजपा से ज्योति मिर्धा और रेवतराम डांगा में से किसी एक के होने की संभावना है।
झुंझुनूं से संभावित उम्मीदवार
कांग्रेस विधायक बृजेंद्र ओला के सांसद बनने की वजह से इस सीट पर 13 नवम्बर को उपचुनाव होने जा रहे हैं। इस सीट पर संभावित उम्मीदवार भाजपा से बबलू चौधरी, राजेंद्र भांबू और कांग्रेस से अमित ओला, आकांक्षा ओला होने की चर्चा हो रही है।
कांग्रेस विधायक हरीश मीणा के टोंक सवाई माधोपुर से सांसद बनने के बाद देवली-उनियारा में उपचुनाव के लिए 13 नवम्बर को वोटिंग होगी। इस सीट पर संभावित उम्मीदवार कांग्रेस से नमोनारायण, नरेश मीणा और भाजपा से राजेंद्र गुर्जर, विजय बैंसला उम्मीदवार हो सकते हैं।
दौसा से संभावित उम्मीदवार
कांग्रेस विधायक मुरारी लाल मीणा के सांसद बनने के बाद दौसा विधानसभा सीट खाली हो गई है। जहां अब उपचुनाव होने जा रहे हैं। इस सीट पर संभावित उम्मीदवार भाजपा से शंकरलाल शर्मा, जगमोहन मीणा वहीं कांग्रेस से सविता मीणा, निहारिका मीणा व संदीप शर्मा को टिकट मिल सकता है।