भाटी ने मेघवाल पर विधानसभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के विरोध में प्रचार करने का आरोप लगाया था। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने शुक्रवार को भाटी का इस्तीफा स्वीकार करते हुए उनकी प्राथमिका सदस्यता खत्म कर दी।
गौरतलब है कि राज्य सरकार में पूर्व मंत्री रहे देवी सिंह भाटी ने बीकानेर संसदीय सीट से केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध करते हुए पिछले दिनों पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे में भाटी ने मेघवाल पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लगाया था।
वहीं बीकानेर में देवी सिंह भाटी का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद भाजपा प्रदेश मंत्री चन्द्रशेखर की अध्यक्षता में होटल वृंदावन में जिला पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई। इसमें भाटी के पार्टी से बाहर होने से पार्टी को किसी तरह का वोटों का नुकसान नहीं हो इस पर रणनीति बन रही है।
दूसरी बार टूटा नाता
भाटी का भाजपा का दूसरी बार नाता टूटा है। वर्ष 2003 में सामाजिक न्याय मंच से विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने के कारण उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। वर्ष 2008 में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी में शामिल किया गया था। भाटी वर्ष 2008 में फिर भाजपा के टिकट से विधायक चुने गए थे।
तीन बार भाजपा से विधायक
श्रीकोलायत विधानसभा क्षेत्र से भाटी 1980 से 2008 तक 7 बार विधायक चुने गए। इनमें से तीन बार 1993,1998 और 2008 में भाजपा के टिकट पर विधायक रहे।