दरअसल, प्रश्नकाल में पहला प्रश्न पेपर लीक को लेकर रालोपा विधायक हनुमान बेनीवाल ने पूछा। इस पर मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कौन-कौन से पेपर लीक हुए , इसका ब्योरा रखा और कहा कि 2021 में पांच, 2022 में 10 और 2023 में 5 पेपर लीक हुए। हमारी सरकार बनने के बाद दो परीक्षाएं हुई और कोई पेपर लीक नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि 30 से ज्यादा केस रजिस्टर्ड हुए हैं। इन मामलो में 615 आरोपी हैं और 11 को नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है। इस पर बेनीवाल ने पेपर लीक की जांच सीबीआई से कराने का मामला उठाया तो सरकार ने साफ कर दिया कि सरकार की ओर से गठित एसआईटी और एसओजी जांच कर रही है। उन्हें उचित लगेगा तो सीबाआई से जांच करा लेंगे। इसके बाद स्पीकर ने बेनीवाल को बैठाकर गोविंद सिंह डोटासरा को सवाल पूछने की अनुमति दे दी। डोटासरा ने पूछा कि पूर्व सरकार में कितन पेपर लीक हुए और इससे पहले की राजे सरकार के समय 2013 से 18 तक कितने पेपर लीक हुए। साथ ही एक प्रकरण लंबित चल रहा है, उसमे क्या कार्रवाई हाे रही है। इस पर वनमंत्री संजय शर्मा ने टिप्पणी कर दी कि नाथी का बाड़ा थोड़े पूछ सकता है। इस बात काे लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष ने जमकर हंगामा मचाया। स्पीकर के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
कलाम कोचिंग सेंटर आपका है और हो गया हंगामा
मामला शांत होने के बाद डोटासरा ने फिर अपने प्रश्न को दोहराया। इस पर मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि कलाम कोचिंग सेंटर सीकर में है। इस पर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा कर दिया। भाजपा विधायकों ने हंगामा किया। खींवसर ने यह भी कह दिया कि यह आपको कोचिंग सेंटर है। इस पर कांग्रेस विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। स्पीकर वासुदेव देवनानी ने सदस्यों को शांति बनाए रखने की अपील करने को कहा, लेकिन इसके बाद भी पक्ष विपक्ष के सदस्य जमकर हंगामा करते दिखे। इस पर स्पीकर ने मंत्री किरोड़ी लाल मीणा से दूसरे सवाल को पढ़वाए बिना ही उसका उत्तर पढ़वा लिया।