Good News: अब लोकसभा चुनाव में चाहिए ‘वोटिंग की गारंटी’, तो ये काम है बहुत ज़रूरी- कहीं मौक़ा छूट ना जाए!
सोशल मीडिया पर जाहिर की पीड़ा
चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस के कई प्रत्याशियों ने अपनी हार को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी अपनी पीड़ा जाहिर की थी। मालवीय नगर से कांग्रेस प्रत्याशी अर्चना शर्मा ने नेताओं पर ही असहयोग के आरोप लगाए। विद्याधर नगर से सीताराम अग्रवाल ने भी अपनी पीड़ा जाहिर की थी। इधर भितरघात और असहयोग की शिकायत करने वाले प्रत्याशियों को अब दंडात्मक कार्रवाई का इंतजार है। कांग्रेस प्रत्याशियों का कहना है पार्टी नेतृत्व को ऐसे लोगों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।
वेट एंड वॉच की स्थिति में थिंक टैंक
प्रत्याशियों की ओर से शिकायत करने के बावजूद कांग्रेस थिंक टैंक कार्रवाई के मामले में फिलहाल वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं। बताया जा रहा है कि भले ही प्रत्याशियों ने भितरघात की शिकायतें की हों लेकिन प्रदेश नेतृत्व अपने स्तर पर भी इसकी रिपोर्ट तैयार करवा रहा है और उसके बाद ही प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं पर कार्रवाई का फैसला लेंगे। चर्चा यह भी है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए थिंक टैंक कोई बड़ी कार्रवाई के मूड में नहीं हैं। ऐसे में केवल चेतावनी या सांकेतिक कार्रवाई करके इतिश्री करने की बात भी कही जा रही है।
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प्रचार के दौरान भी प्रत्याशियों ने की थी शिकायत
चुनाव प्रचार के दौरान भी कई प्रत्याशियों ने भितरघात की आशंका को लेकर प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और अन्य नेताओं से शिकायत की थी। तब प्रत्याशियों को चुनाव परिणाम तक चुप रहने को कहा गया था। हालांकि जिन सीटों पर भितरघात की शिकायतें हुई हैं उनमें से किशनपोल और आदर्श नगर में कांग्रेस को जीत मिली है। कांग्रेस में टिकट बंटवारे के दौरान मालवीय नगर, बगरू, चाकसू, फुलेरा, शाहपुरा, आदर्श नगर, किशनपोल और हवामहल जैसे विधानसभा क्षेत्रों में दावेदारी कर रहे अन्य नेताओं ने मौजूदा विधायकों और कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।