जूली ने मंगलवार को जारी बयान करते हुए कहा कि सफेद टी-शर्ट आंदोलन को जनान्दोलन बनाया जाएगा। सफेद टी-शर्ट भारत के युवाओं के नेतृत्व में एक अग्रणी न्याय आंदोलन है। मोदी सरकार ने गरीब और मेहनतकश वर्ग से मुंह मोड़ लिया है।
दलितों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ीं
जूली ने एक अन्य बयान में कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। दलितों पर अत्याचार की घटनाए बढ़ रही हैं। झुंझुनूं जिले के मेघपुर में ईंट भट्टे की घटना सरकार की असंवेदनशीलता और जातिवादी मानसिकता का प्रत्यक्ष उदाहरण है। दलित युवक को मटके को छूने की वजह से पीटा और फिरौती वसूलने के बाद छोड़ा गया। यह घटना दलित समाज के सम्मान और अधिकारों पर हमला है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में श्रमिकों की स्थिति के बारे में आवाज उठाने और देश में बढ़ती असमानता को देखते हुए ‘व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट’ शुरू किया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘मोदी सरकार ने गरीबों और मजदूर वर्ग से मुंह मोड़ लिया है और उन्हें पूरी तरह से उनके हाल पर छोड़ दिया है। सरकार का पूरा ध्यान सिर्फ कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों को समृद्ध करने पर है। इसके कारण असमानता लगातार बढ़ रही है और देश का पेट पालने वाले मजदूरों की हालत बदतर होती जा रही है।’
मजदूरों को एकजुट करने का एक मंच- राहुल गांधी
उन्होंने आगे कहा कि ‘उन्हें तरह-तरह के अन्याय और अत्याचार सहने को मजबूर होना पड़ रहा है।” कांग्रेस पार्टी के अनुसार, व्हाइट टी-शर्ट आंदोलन “एक शक्तिशाली नए आंदोलन की शुरुआत है, जो युवाओं के लिए विभिन्न क्षेत्रों के मजदूरों को एकजुट करने का एक मंच है, जिनका श्रम हमारे जीवन को आकार देता है।’