आलाकमान के प्रतिनिधि होते हैं प्रभारी
सूत्रों की माने तो इस ट्वीट को अजय माकन की ओर से रिट्वीट करने की एक वजह यह भी है कि जिस तरह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश प्रभारी अजय माकन को अहमियत नहीं देते हैं, उससे अंदरखाने अजय माकन में नाराजगी बढ़ती जा रही थी । ऐसे में इस ट्वीट के जरिए साफ संकेत दिया है कि प्रदेश प्रभारी कांग्रेस आलाकमान के प्रतिनिधि होते हैं और उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
प्रदेश प्रभारी से नहीं मिले थे सीएम
दऱअसल कांग्रेस के सियासी हलकों में चल रही चर्चाओं की माने तो अजय माकन इसलिए भी नाराज हैं कि प्रदेश प्रभारी के नाते वे कई बार जयपुर आ चुके हैं लेकिन 2 दो मौके ऐसे भी आए हैं। जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से प्रभारी को ही मिलने का समय नहीं दिया गया, जबकि होना चाहिए था कि आलाकमान के प्रतिनिधि के नाते प्रभारी से सीएम गहलोत को मुलाकात करनी चाहिए थी।
हालांकि इस बार महंगाई के खिलाफ प्रदर्शनों और आउट इस कार्यक्रम को लेकर जयपुर आए प्रदेश प्रभारी अजय माकन की 2 दिन में 2 बार लगातार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लंबी वार्ता हुई थी लेकिन उससे पहले जयपुर दौरे पर आए माकन कई प्रयासों के बाद भी सीएम गहलोत से नहीं मिल पाए थे।