चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा है कि यदि जनसंख्या पर नियंत्रण नहीं हुआ तो प्राकृतिक संसाधन और सरकार की ओर से उपलब्ध करवाई जाने वाली सुविधाएं आमजन के लिए नाकाफी साबित होंगी। उन्होंने कहा कि आमजन परिवार कल्याण से जुड़े साधनों के व्यापक प्रसार में सक्रिय सहयोग कर बढ़ती आबादी पर रोक लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने ‘हम दो-हमारा एक’ संकल्प लेकर जनसंख्या पर नियंत्रण का आह्वान भी किया। चिकित्सा मंत्री ने अगली पीढ़ी का भविष्य बनाने के लिए इस पीढ़ी को जनसख्ंया नियंत्रण के उपायों को इस्तेमाल करने पर भी जोर दिया।
शर्मा ने कहा कि प्रजनन दर का आंकड़ा वर्तमान में 2.6 प्रतिशत है। यदि सही मायने में हमें तरक्की पानी है तो यह आंकड़ा 2.1 या इससे कम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आबादी नियंत्रण में रहेगी तो आमजन को संसाधन भरपूर मात्रा में उपलब्ध होने लगेंगे। उन्होंने परिवार कल्याण के कार्यक्रमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और अशिक्षा, गरीबी और अज्ञानता के क्षेत्र में भी कार्य करने पर जोर दिया।
झालावाड़ प्रथम, जयपुर जिले को कोई पुरस्कार नहीं राज्य में सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाले जिले में प्रथम पुरस्कार झालावाड़ को मिला। द्वितीय पुरस्कार बारां, तृतीय कोटा, चतुर्थ प्रतापगढ़, पांचवां श्रीगंगानगर और छठा बूंदी जिले को दिया गया। इस अवसर पर कोटा कलक्टर मुक्तालाल अग्रवाल और बारां कलक्टर इंद्रजीत सिंह राव ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। पीपीआईयूसीडी निवेशन में प्रथम तीन स्थान पर रहने वाले जिले दौसा, श्रीगंगानगर और सीकर रहे। राज्य में सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाली पंचायत समितियों में प्रथम पुरस्कार प्रधान खानपुर, झालावाड़, द्वितीय पुरस्कार प्रधान बहरोड़ और तीसरा पुरस्कार प्रधान अरनोद, प्रतापगढ़, चतुर्थ पुरस्कार प्रधान केकड़ी अजमेर, पंचम पुरस्कार प्रधान किशनगंज, बारां और छठा पुरस्कार प्रधान सांगोद, कोटा को दिया गया। जयपुर में चिकित्सा क्षेत्र के दोनों जिलों प्रथम व द्वितीय को जनसंख्या नियंत्रण में कोई पुरस्कार नहीं मिला।