Parliament Winter Session 2023 : सांसदों के निलंबन पर भड़के अशोक गहलोत, कहाः अहम और घमंड में मोदी सरकार
Parliament Winter Session 2023 : सुरक्षा के मुद्दे पर सदन में भारी हंगामा चल रहा है। अब तक 141 सांसदों के निलंबन पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार आज अहम और घमंड में चल रही है। इसके चलते ही देश ही नहीं दुनिया के लोग भी हंस रहे होंगे। हालांकि ये बात भाजपा वालों को समझ नहीं आती है।
Parliament Winter Session 2023 : सुरक्षा के मुद्दे पर सदन में भारी हंगामा चल रहा है। अब तक 141 सांसदों के निलंबन पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार आज अहम और घमंड में चल रही है। इसके चलते ही देश ही नहीं दुनिया के लोग भी हंस रहे होंगे। हालांकि ये बात भाजपा वालों को समझ नहीं आती है।
जयपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में गहलोत ने कहा कि यह कोई दुश्मनी का खेल नहीं है, लेकिन जब से एनडीए की सरकार बनी है तो उनका विपक्ष के प्रति अभिमानी रवैया रहा है, जो कि स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सांसदों को सदन से ही निकाल देना इसका समाधान नहीं है। स्पीकर के चैंबर में मीटिंग कर समाधान निकालने का प्रयास होना चाहिए, ताकि सदन की कार्यवाही चल सके। आज हम विश्वगुरु बन रहे हैं। ऐसे में दुनियाभर की निगाहें भारत पर हैं, लेकिन अब इसका पोस्टमार्टम दुनियाभर में हो रहा है। इससे पहले अशोक गहलोत ने कांग्रेस की ओर से देश के लिए दान (डोनेट ऑफ देश) अभियान पर कहा कि भाजपा को एक तरफा चंदा मिल रहा है, बाकि दलों पर बंदिश लग गई है। लोगों को हमें चंदा देने से डराया और धमकाया जा रहा है। इसलिए लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए हमने जनता से अपील की है।
गौरतलब है कि मंगलवार को लोकसभा में हंगामा करने वाले विपक्ष के 49 सांसदों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। सुप्रिया सुले, फारूक अब्दुल्ला, शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, डिंपल यादव, एस. टी हसन, दानिश अली और मनीष तिवारी सहित कुल 49 सासंदों को निलंबित किया गया है। पीठासीन अधिकारी राजेंद्र अग्रवाल ने हंगामा कर रहे कांग्रेस समेत विपक्षी सदस्यों का नाम लिया। उसके बाद संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सुप्रिया सुले, फारूक अब्दुल्ला, शशि थरूर, कार्ति चिदंबरम, डिंपल यादव, एस. टी हसन, दानिश अली और मनीष तिवारी सहित 49 सासंदों का नाम लिया और निलंबन का प्रस्ताव पारित हो गया।
मंगलवार को सदन समवेत होते ही विपक्षी सदस्य हाथों में तख्तियां लेकर, नारे लगाते हुए और प्रधानमंत्री का फोटो लहराते हुए आसन के सामने आ गए और नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे। हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल चलाने का अध्यक्ष ने प्रयास किया लेकिन सदस्य जोर-जोर से नारे लगाने लगे। संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि सदस्य सदन में प्रधानमंत्री की तस्वीर लेकर जिस तरह से व्यवहार कर रहे हैं वह अमर्यादित और निंदनीय है। सदन में सदस्यों का यह व्यवहार उचित नहीं है।