पंडारा पेपर में हुए खुलासे के मुताबिक 2007 में पाकिस्तानी राष्ट्रपति रहे जनरल परवेज मुशर्रफ के बेहद ही करीबी जनरल सफतउल्लाह शाह की बीवी ने 12 लाख डालर का अपार्टमेंट लंदन में लिया था। इसे दुबई व लंदन में रेस्टोरेंट चलाने वाले अकबर आसिफ ने दिया था। अकबर आसिफ भारतीय सिनेमा निदेशक के आसिफ के बेटे हैं। यह वही निर्देशक हैं जिन्होंने मुगले आजम फिल्म को निर्देशित किया था।
उन्हीं के बेटे आसिफ ने लंदन के डोरचेस्टर होटल में परवेज मुशर्रफ से मिलकर अपने पिता की फिल्म को रिलीज करने की बात की थी। इसके बाद मुशर्रफ ने 40 साल बाद किसी भारतीय फिल्म को प्रदर्शित करने की इजाजत दी। इस बातचीत के बाद ही अकबर आशिफ ने बहुत तेजी से कई विदेशी कंपनियों में से एक तलाहा लिमिटेड के माध्यम से जनरल शाह की बीवी को अपार्टमेंट खरीदकर दे दिया।
आपको बात दें कि अकबर आशिफ की बहन का नाम हिना कौसर है और वह भारत के अपराधी इकबाल मिर्ची की पत्नी थी। इकबाल मिर्ची दाउद इब्राहिम के सबसे करीबी लोगों में शामिल था और दाउद के ड्रग नेटवर्क को संभालता था। मुंबई पुलिस और ईडी का वाटेंड इकबाल मिर्ची को एशिया में ड्रग किंग के रूप में देखा जाता था। 1994 में स्काटलैंड पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। इसके बाद 2013 में लंदन में उसकी मौत हो गई। इससे यह बात साफ समझ में आती है कि मुशर्रफ से आशिफ की मुलाकात कैसे हुई। यही बात बालीवुड, पाकिस्तानी सेना और अंडरवर्ल्ड को रिश्ते को भी साफ कर रहे हैं।
इमरान की सेना ने किया पाकिस्तान को खोखला
पाकिस्तान में सबसे ज्यादा पैसों की हेराफेरी प्रधानमंत्री इमरान खान की सेना यानी उनके करीब लोगों ने की है। इमरान के नजदीकी वित्तमंत्री शौकत तरीन और जल संसाधन मंत्री मोनिष इलाही ने कई कंपनियां विदेशों में बनाकर पैसा पहुंचाया है। वहीं पाकिस्तानी सेना के कई सैन्य अधिकारियों ने भी हेराफेरी की हैं। इमरान खान के पूर्व सलाहकार के बेटे वकार मसूद खान ने भी खूब ही संपत्ति बनाई है और इमरान खान की पीटीआई को सबसे ज्यादा दान देने वाले आरिफ नकवी का नाम भी इसमें शामिल है। आरिफ नकवी को हेराफेरी करने के कारण अमरीका में प्रतिबंधित कर दिया गया था।
2.94 टेराबाइट का अध्ध्यन में खुला अंडरवर्ल्ड कनेक्शन
करीब 600 रिपोटर्स ने 117 देशों में पेंडोरा पेपर की जांच के बाद तैयार इस रिपोर्ट में बताया है कि कैसे पूरे खेल का पर्दाफाश होने के बाद भारतीय हस्तियों ने इसका तोड़ निकालना शुरू कर दिया था।दुनिया भर के 1.19 करोड़ दस्तावेजों को खंगालने के बाद इन ‘वित्तीय रहस्यों को दुनिया के सामने लाया गया है। टेराबाइट के हिसाब से यह अब तक सबसे बड़ा खुलासा है। यह अब तक 2.94 टेराबाइट का अध्ध्यन किया गया है। 2016 में पनामा पेपर, 2017 में पैराडाइज पेपर के बाद यह तीसरा पेपर है।