छात्र नेताओं को हिरासत में लिया गया
दरअसल, इस घटना के बाद से ही कोचिंग सेंटर के बाहर छात्रों और NSUI के कार्यकर्ता जमकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने कोचिंग प्रबंधन की लापरवाही के खिलाफ नारेबाजी की और न्याय की मांग की। इधर, सोमवार शाम पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मौके से हटाया और NSUI प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ समेत अन्य छात्र नेताओं को हिरासत में लिया। प्रदर्शनकारी छात्रों को शिप्रा पथ थाने ले जाया गया। इस दौरान NSUI प्रदेश अध्यक्ष विनोद झाखड़ ने कहा कि कोचिंग माफिया के इशारे पर तानाशाही सरकार ने हमारे शांतिपूर्ण धरने पर लाठीचार्ज कर पुलिस बल का दुरुपयोग किया और हमें ज़बरदस्ती उठाकर शिप्रा पथ थाने ले आयी है। हम इन लाठियों और डंडो से डरने वाले नहीं हैं। यह कदम लोकतंत्र की हत्या और छात्रों की आवाज़ को कुचलने का शर्मनाक प्रयास है। हम छात्रों के हक़ और न्याय के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन यह सरकार इन कोचिन माफ़ियाओं की नाकामियों को छिपाने के लिए युवाओं पर लगातार अत्याचार कर रही है।
गैस रिसाव का ये था मामला
जानकारी के अनुसार रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे क्लास में बैठे छात्रों को अचानक गैस जैसी गंध महसूस हुई। देखते ही देखते क्लास में बैठे छात्र बेहोश होने लगे। 10 से ज्यादा छात्रों के बेहोश होने के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। कोचिंग में दूसरी मंजिल पर क्लास चल रही थी। इस दौरान बेहोश छात्रों को कंधे के जरिए नीचे उतारकर 108 एंबुलेंस को बुलाकर तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां 2 छात्रों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें सीके बिरला अस्पताल रेफर कर दिया गया था।