एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ अचल शर्मा ने बताया कि एक बच्चे शगुन ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। यह बच्चा 95 फीसदी से ज्यादा झुलस चुका था। जिसका न्यूरो सर्जिकल आईसीयू में इलाज चल रहा था। शनिवार रात को बच्चे की इलाज के दौरान हालत गंभीर होने पर मौत हो गई। इसके अलावा अन्य चार बच्चों का बर्न आईसीयू में इलाज चल रहा है। इनमें से दो बच्चे 55 फीसदी से ज्यादा झुलसे हुए है। एक बच्चा 45 फीसदी से ज्यादा और एक बच्चा करीब 35 फीसदी तक झुलसा हुआ है। इन बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
बता दें कोटा में यह घटना शुक्रवार को दोपहर करीब साढ़े 11 बजे से 12 बजे के बीच उस समय हुई। जब शिव बारात कालीबस्ती से गुजर रही थी। यात्रा में शामिल एक लड़के ने 22 फुट लंबी लोहे की छड़ पकड़ रखी थी जो ऊपर से गुजर रहे ‘हाई-टेंशन’ तार के संपर्क में आ गयी। छड़ के ऊपर एक झंडा भी लगा हुआ था। जिस बच्चे ने झंडा पकड़ा हुआ था। वह 100 फीसदी तक झुलस गया। वहीं उस बच्चे को बचाने का प्रयास करने वाले अन्य बच्चे भी झुलस गए।