अब साइबर ठगी होगी मुश्किल
गौरतलब है कि राजस्थान में आए दिन साइबर ठगी की वारदातें सामने आ रही हैं। डीग का मेवात क्षेत्र साइबर ठगी के लिए पूरे देश में बदनाम है। बीते 3 साल में साइबर ठगी में इस्तेमाल की जा रही 2,05,552 फर्जी सिमों को राजस्थान पुलिस ने ब्लॉक कराया गया है। साथ ही 2, 17,504 मोबाइल आईएमईआई हैंडसेट को ब्लॉक कराया गया है। राज्य में बीते तीन साल में लोगों के साथ 1 अरब 65 करोड़ रुपए से अधिक की साइबर ठगी हो चुकी है। गृह विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 1 जनवरी 2021 से 31 दिसंबर 2023 के दौरान प्रदेश में साइबर ठगी के कुल 4,567 मामले दर्ज हुए, जिनमें से राजधानी जयपुर और जोधपुर के लोग सबसे ज्यादा ठगी का शिकार बने।
Ration Card e-KYC: बेहद पास है ई-केवाईसी की आखिरी तारीख; नहीं कराई तो वितरण से रह जाएंगे वंचित
इसलिए TRAI ने दिए सिम E-KYC के निर्देश
टेलीकॉम रेगुलेटरी ऑथरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने मोबाइल धारकों को डिजिटल केवाईसी करवाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए फिलहाल 30 जून अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। केवाईसी नहीं करवाने की स्थिति में एक जुलाई से ऐसे मोबाइल धारकों की सिम बंद हो जाएगी। प्रीपेड एवं पोस्टपेड दोनों तरह के सिम का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को केवाईसी करवाना जरूरी है। इसके तहत मोबाइल नंबर को आधार से लिंक किया जाएगा। राष्ट्रीय सुरक्षा व फर्जी तरीके से सिमों का उपयोग रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।