नेवटा प्राचीन गांव है। यहां अतिशय क्षेत्र वाला जैन मंदिर, वराह भगवान का मंदिर व शिक्षा के क्षेत्र में सेन्ट जेवियर कॉलेज व विद्यालय के अलावा आसपास के क्षेत्र में कई प्रतिष्ठित संस्थाओं ने अपनी शाखाएं खोल रखी हैं। ऐसे में तेजी से बढ़ते क्षेत्र में आसपास के क्षेत्र में कई कॉलोनियां भी कटी हैं तो आसपास के क्षेत्र में मुख्य रोड पर फ्लैट भी बने हैं। पास में जेडीए की फॉर्म हॉउस योजना भी है। इसके पास ही मदाऊ में संस्कृत विश्वचिद्यालय अपने आप में खास है। इन सबके अलावा इन सबसे अलग हटकर यहां लम्बे चौड़े इलाके में खेतों में फसलें लहलहा रही हैं। नेवटा बांध में अनन्त चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमा विसर्जन करने दूर-दराज से लोग पहुंचते हैं।
रिंग रोड से नजदीकी व ढाई सौ फीट रोड
जयपुर में मानसरोवर विस्तार के बाद मुहाना मण्डी पार कर कई बिल्डरों ने फ्लैटों का निर्माण कराया है। अब मुहाना मण्डी के बाद मुहाना गांव से आगे बढ़ते ही रिंग रोड आ जाती है। रिंग रोड के बाद नेवटा क्षेत्र शुरू हो जाता है। नेवटा में भू-कारोबार को बढ़ाने की दृष्टि से यहां से अजमेर रोड के लिए लम्बी चौड़ी दो सौ फीट की सडक़ें हैं और आसपास का क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है। ऐसे में यहां से सेज के लिए भी सीधी राह है। महानगर जयपुर के विस्तार में आगे यहां कई प्रोजेक्ट हैं। ऐसे में निकट भविष्य में रिंग रोड के सहारे इस इलाके को बिल्डर प्रोपट्र्री के बेहतर बूम के लिए चुन रहे हैं।
रिंग रोड से नजर आता है बांध
यातायात की दृष्टि से जयपुर महानगर की सुचारू यातायात की दृष्टि से लाइफलाइन बनने वाली रिंग रोड के निर्माण के दौरान तीन पुलियाएं छोड़़ी गई हैं, ताकि भविष्य में कभी नेवटा बांध का पानी ओवरफ्लो हो तो इन पुलियाओं के नीचे से आगे पहुंच सके। यहां पर बांध के मद्देनजर ही रिंग रोड पर पुलिया की ऊंचाई तीस फीट से अधिक रखी गई है।