पुजारी पं. बनवारी लाल शास्त्री ने बताया कि इस दौरान माता का विशेष शृंगार किया जाएगा। वहीं, अभिजीत मुहूर्त (मध्यान्ह 11.51 बजे) में घट स्थापना मंदिर पुजारी और पूर्व राजपरिवार के सदस्यों की मौजूदगी में होगी। साथ ही छठ पर मेला भी नहीं भरेगा। ट्रस्ट के अधीन जमवारामगढ़ स्थित जमवाय माता मंदिर भी बंद रहेगा।
ज्योतिषाचार्य पं. दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि देवी पुराण के मुताबिक घट स्थापना, देवी के आह्वान और पूजा का समय प्रात:काल का बताया गया है। प्रतिपदा के दिन चित्रा नक्षत्र व वैद्यृति योग को वर्जित बताया है। हालांकि, पूरे दिन इन योग के बनने पर अभिजीत मुहूर्त में देवी का आह्वान व घट स्थापना करना श्रेष्ठ बताया है। गुरुवार को चित्रा नक्षत्र सुबह 9.13 बजे तक और वैद्यृति योग रात 1.39 बजे तक रहेगा। घट स्थापना मध्यान्ह 11.52 से 12.38 तक अभिजीत मुहूर्त में की जा सकेगी। वहीं, नौ साल बाद इस बार नवरात्र आठ दिनों के ही रहेंगे। ऐसा, चतुर्थी तिथि का क्षय होने के चलते होगा।