प्राचीन पारंपरिक लघु-चित्रण कला मिनिएचर आर्ट अब नए कलेवर में दिखाई देगी। अब हाथी घोड़े और मानवीय आकृतियों से आगे बढ़कर वर्तमान समसामयिक मुददों और स्थितियों को उकेरने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए कलावृत्त संस्था की ओर से राजस्थान ललित कला अकादमी ( rajasthan lalit kala academy ) के सहयोग से एक नेशनल कंटेम्परेरी मिनिएचर पेंटिंग ऑनलाइन वर्कशॉप ( contemporary Art ) आयोजित की जा रही है। यह सात दिवसीय वर्कशॉप 2 नवंबर से शुरू होगी।
कलागुरु डॉ. सुमहेन्द्र के जन्मदिवस पर उनकी स्मृति में 9 नवंबर तक चलेगी। आयोजक व कलावृत्त संस्था के अध्यक्ष संदीप सुमहेन्द्र ने बताया कि इस विधा में समसामयिक चित्रण से कला प्रोत्साहित मिलेगा। साथ ही कुछ नए आयाम बने और कला एवं कलाकार दोनों का विकास होगा। वर्कशॉप में चयनित कलाकार ही भाग ले सकेंगे। कलाकारों का चयन वरिष्ठ कलाकार करेंगे। इस समिति में शैल चोयल, आर.बी.गौतम एवं भवानीशंकर शर्मा मुख्य चयनकर्ता होंगे। इस वर्कशॉप में वरिष्ठ कलाकार प्रतिभागियों से वर्चुअल रूप से मार्गदर्शन करेंगे।