Handicapped news: नारायण सेवा संस्थान की दिव्यांगों को मदद
जयपुर। जालोर निवासी 55 वर्षीय दिव्यांग बिस्मिल्लाह की 3 साल की उम्र में पोलियो बुखार हो गया था, जिससे चलने-फिरने और खुद का काम करने में काफी दिक्कत होती थी। नारायण सेवा संस्थान ने बिस्मिल्लाह के ऑपरेशन को संचालित करने में भी सहायता की। इसी साल अप्रेल में शुगर की वजह से उनकी दाहिनी आंख में इंफेक्शन हो गया था, जिसका इलाज स्थानीय अस्पताल में काफी महंगा था, जिसके चलते बिस्मिल्लाह ने दोबारा संस्थान से संपर्क किया। संस्थान ने उनकी आंखों का इलाज करवाया। दिवाली के अवसर पर नारायण सेवा संस्थान ने दिव्यांग बिस्मिल्लाह को एक स्कूटी भेंट की। अब वह एक खुशहाल जिंदगी जी रही है।
बिस्मिल्लाह कहती हैं कि जीवन एक कठिन सड़क है, लेकिन यात्रा में अच्छे लोग मिल जाएं तो यह आसान हो जाता है। ऐसा है मेरा साथी नारायण सेवा संस्थान, जिसने हर पल मुझे अपने हाथ से थामे रखा। और समय-समय पर, मेरे गिरने से पहले, संस्थान आया। संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल का कहना है कि जब उन्हें पहली बार बिस्मिल्लाह के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने उसकी हालत में सुधार करने का मन बना लिया था। संस्थान अपने निरंतर कृत्रिम अंग शिविर के माध्यम से कई लोगों के जीवन में प्रकाश लाना चाहते हैं और उनके साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढऩा चाहते हैं। नारायण सेवा संस्थान अगले 10 दिनों में सीकर, गुडग़ांव, श्रीगंगानगर शहरों में कृत्रिम अंग शिविर लगाने जा रहा है, जहां सभी जरूरतमंदों को मुफ्त कैलिपर्स और पोलियो ऑपरेशन के लिए संपर्क किया जाएगा।