मंदिर प्रबंधन के मुताबिक कोरोना संक्रमण के जरूरी एहतियात और दिशानिर्देशों की पालना की जाएगी। महंत पंडित जय शर्मा ने बताया कि मंदिर सीमित समय सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक का तय किया है। इससे पूर्व मंगलवार को पूरी तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया।
थर्मल स्क्रीनिंग, सेनेटाइजेशन और सामाजिक दूरी की पालना के बीच भक्तों को मास्क लगाकर प्रवेश दिया गया। साथ ही 60 साल से अधिक और 10 साल से कम भक्तों को प्रवेश वर्जित रहा। साथ ही प्रसाद आदि भी भक्त नहीं चढ़ा सकें।
लम्बे समय बाद मन्दिर में पहुचे भक्तों ने गणपति से कोरोना से मुक्ति की कामना की। इस बीच गणपति के जयकारों से मन्दिर प्रांगण गुंजायमान हो उठा।गौरतलब है कि मोती डूंगरी गणेश मंदिर बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते पूरे सितम्बर माह पहले से ही बन्द है।