हत्या का शिकार हुई युवती वर्षा ने मंगलवार को उपवास रखा था। वे उपवास होने पर केले खरीदने बाजार जा रही थी, तभी सिरफिरे की शिकार हो गई। वर्षा के भाई ने बताया कि बहन घर के नजदीक दुकान के लिए निकली थी। तभी आरोपी उसे मिला और एक बार बात करने की कहकर उसे कार में बैठा ले गया। हत्या के बाद वर्षा के हाथ में खून से सने रुपए थे, जो केले लाने के लिए घर से लेकर गई थी।
गोविंद के जीजा आभूषण व्यापारी नरेश ने बताया कि रोज दोपहर को घर पर भोजन करने आते हैं। घर आए तो कुछ दूरी पर भीड़ थी और उनकी कार खड़ी थी। वहां दौडकऱ गए तो गोविंद और युवती लहूलुहान पड़े थे। तभी पड़ोसी भानू प्रताप सिंह अपनी कार ले आए और उनकी कार से दोनों को अस्पताल पहुंचाया। यह कार परिवार की महिलाओं को वाहन चलाना सिखाने के लिए कुछ दिन पहले खरीदी थी।
श्रीराम नगर एक्सटेंशन में अमित के घर के सामने वारदात हुई। प्रत्यक्षर्दिशयों ने बताया कि तेजी से कार आई और अचानक ओमसिंह गार्डन के छोटे गेट के पास कार रुकी। कार में सवार गोविंद ने वर्षा के सिर के पीछे गर्दन के पास गोली मारी। इससे गोली सिर को भेदती हुई आगे आंख के पास भेजे को निकालते हुए निकल गई। गोविंद ने खुद की कनपटी से पिस्टल सटाकर गोली मारी। गोली उसके ललाट पर जाकर फंस गई। अमित ने बताया कि घर के बाहर दुकान बढ़ाकर अंदर गया था। तभी बाहर हल्ला सुनकर आया तो बंद कार में युवक-युवती को लहूलुहान पड़ा देखा।