सोमवार को South-West Monsoon ने केरल में दस्तक दी। मौसम पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी कंपनी स्काईमेट ने यह दावा किया है। हालांकि, सोमवार सुबह 8:15 बजे भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा था, मानसून अगले 24 घंटे में केरल पहुंचेगा। स्काईमेट के सीईओ जतिन सिंह ने कहा, केरल में मानसून जैसी स्थितियां हैं।
हम कह सकते हैं सालाना बारिश के मौसम का आगाज हो गया है। आमतौर पर केरल में आमतौर पर मानसून 1 जून को आता है। तभी से देश में बारिश के मौसम की शुरुआत मानी जाती है। वहीं, मौसम विभाग के अतिरिक्त महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मानसून के अगले 24 घंटे में केरल पहुंचने की उम्मीद है। यह मानसून आने के मुख्य मानदंडों में से एक है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि दक्षिण अरब सागर में मानसून की स्थित मजबूत है। मंगलवार सुबह तक इसके मालदीव, केरल के तटीय इलाके, तमिलनाडु, बंगाल की खाड़ी और अंडमान-निकोबार के ऊपर छा जाने की उम्मीद है।
प्रदेश में गर्मी अपने चरम पर है। दौसा जिले में सूर्यदेव की आग बरसाती किरणों के कारण पारा 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। पंखे-कूलर तो दूर एसी भी राहत नहीं दे सके। जिले में सुबह 8 बजे से ही सूर्यदेव की किरणों ने आग बरसाना शुरू कर दिया। मकानों की छतों पर रखी पानी टंकियों में से पानी उबलता हुआ निकल रहा है।
यहां प्री-मानसून बरपा रहा कहर
सोमवार देर शाम हुई आंधी और ओले के साथ भारी बारिश के बीच पटना में दीवार गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई। इसमें मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने इसे प्री-मानसून की बारिश माना है।