आगामी तीन से चार दिनों में पूरे राजस्थान में होगी बारिश
राज्य के मौसम केंद्र ने जानकारी दी है कि आगामी तीन से चार दिनों में मॉनसून के राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में फैलने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। विशेषकर कोटा और उदयपुर संभाग में अगले 24 घंटों के दौरान भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि 27 और 28 जून को पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। वहीं, पश्चिमी राजस्थान में अगले सात दिनों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई है।
किसानों में उत्साह का माहौल
मॉनसून के आगमन से किसानों में उत्साह का माहौल है, क्योंकि वर्षा फसलों के लिए अत्यंत आवश्यक है। साथ ही, गर्मी से जूझ रहे लोगों को भी राहत मिलने की उम्मीद है। मॉनसून की अच्छी वर्षा जल संकट को कम करने में भी सहायक होगी, जिससे नदियों, तालाबों और जलाशयों में जल स्तर बढ़ेगा।
मॉनसून की प्रगति सामान्य से बेहतर हो सकती
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार मॉनसून की प्रगति सामान्य से बेहतर हो सकती है, जिससे खेती-किसानी के साथ-साथ सामान्य जीवन भी प्रभावित होगा। इस प्रकार, राजस्थान में मॉनसून का स्वागत सभी वर्गों के लिए सुखद समाचार लेकर आया है, जो आने वाले दिनों में और अधिक सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
आगामी चार दिनों में मानसून पूरे पूर्वी राजस्थान को कवर करेगा
पूर्वी राजस्थान में मानसून के आगमन की तैयारी पूरी हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी चार दिनों में मानसून पूरे पूर्वी राजस्थान को कवर करेगा। जयपुर मौसम केंद्र ने जानकारी दी है कि राजधानी जयपुर में मानसून 28 जून तक पहुंचने की संभावना है।
उदयपुर, कोटा और जोधपुर संभाग में भारी बारिश की संभावना
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, अगले 48 घंटों में उदयपुर, कोटा और जोधपुर संभाग में भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही, 28 से 30 जून तक पूर्वी राजस्थान के विभिन्न भागों में बारिश की गतिविधियां सक्रिय रहेंगी। इस दौरान भरतपुर और जयपुर संभाग में भी कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। राजस्थान के किसानों और आम नागरिकों के लिए यह खबर बहुत महत्वपूर्ण है। मानसून के आगमन से न केवल खेतों में नई जान आएगी, बल्कि जल स्रोतों में भी वृद्धि होगी। इससे पीने के पानी की समस्या कुछ हद तक हल हो सकेगी।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश की गतिविधियां बढ़ने से तापमान में भी गिरावट आने की संभावना है, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। मानसून की यह बारिश खेती के लिए वरदान साबित होगी और खरीफ फसलों की बुआई में सहायक होगी।
मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि अगले कुछ दिनों में बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होने से नदी-नालों में जल स्तर बढ़ सकता है। इससे संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
इस प्रकार, मानसून के आगमन से राजस्थान में किसानों और आम जनता के बीच उत्साह का माहौल है। आगामी दिनों में अच्छी बारिश की उम्मीद से राज्य में फसल उत्पादन बेहतर होने की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। मानसून की यह शुरुआत राजस्थान के लिए समृद्धि और खुशहाली का संकेत है।