घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग मौके पर पहुंचे। आग बुझाने के लिए करीब 10 दमकल वाहनों को बुलाया गया, जिन्होंने 50 से ज्यादा चक्कर लगाकर आग पर काबू पाने की कोशिश की। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद सुबह 6 बजे तक अधिकांश आग को काबू में कर लिया।
यह भी पढ़ें हालांकि, इस अग्निकांड में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन फैक्ट्री में लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। फैक्ट्री में लगी आग से स्थानीय लोगों में डर का माहौल था। लेकिन दमकल कर्मियों की तत्परता से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
फैक्ट्री मालिक नंदसिंह शेखावत ने बताया कि उनकी फैक्ट्री में आग लगाई गई है। शार्ट सर्किट से आग नहीं लगी है। क्योंकि करीब दो महीने पहले भी आग लगाई गई थी। आग फैक्ट्री के बाहर से लगाई गई, जो अंदर तक चली गई। बाहर कोई वायरिंग ही नहीं थी जो आग लग सके। गनीमत यह रही कि दो महीने पहले जब आग लगी थी तब मैंने 10-12 कर्मचारियों को बाहर रूम अलग से दिलवा दिया था। पहले वह फैक्ट्री में ही सोते थे। इसलिए कल जो आग लगाई गई, उसमें मेरे कर्मचारी बच गए। इस संबंध में करधनी पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।