माही डेम का निर्माण कार्य वर्ष 1972 में शुरू किया गया। यह वर्ष 1983 में बनकर तैयार हो गया था। बांध बनने के एक वर्ष बाद ही वर्ष 1984 में बांध से पानी छोडऩा शुरू कर दिया था। बांध का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 11 नवम्बर 1983 में किया था। माही डेम के निर्माण के 40 साल में 25 साल गेट खुले है। बारिश नहीं होने से 15 बार बांध के गेट नहीं खुल पाए।
माही बांध से बिजली उत्पादन के लिए भी पानी दिया जाता है। बांध की भराव क्षमता 281.50 मीटर है। बांध का गेज 278 मीटर होते ही बिजली उत्पादन के लिए पानी देने की व्यवस्था की जाती है। पिछले साल तो अगस्त की शुरूआत में ही बांध से बिजली उत्पादन के लिए पानी देना शुरू कर दिया था। इस बार इसमें देरी भी हुई है। माही बांध के अधिकारियों के अनुसार बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है।
माही डेम अब केवल 2.25 मीटर ही खाली रह गया है। माही डेम की भराव क्षमता 281.50 मीटर है। जबकि 30 August तक 279.05 मीटर पहुंच आ चुका है। ऐसे में बांध अब 2.25 मीटर ही खाली है। बांध में अब भी रोजाना धीमी रफ्तार से पानी आ रहा है। उम्मीद है कि सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में बांध लबालब हो जाए। यदि ऐसा होता है तो बांध 26 वीं बार लबालब होगा।
तारीख | बांध का गेज (मीटर में) |
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24 अगस्त | 274.80 |
25 अगस्त | 275.20 |
26 अगस्त | 277.30 |
27 अगस्त | 278.35 |
28 अगस्त | 278.65 |
29 अगस्त | 278.85 |
30 अगस्त-5PM | 279.05 |