ज्योतिषाचार्य पं.दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि फाल्गुन मास का समापन सात मार्च को होगा। इस महीने की पूर्णिमा को चंद्रमा फाल्गुनी नक्षत्र में रहता है इसलिए इसे फाल्गुन मास कहा जाता है। सूर्य के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही इस माह की शुरुआत होती है। इस बार महाशिवरात्रि पर शनिदेव अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान रहेंगे। सूर्यदेव अपने पुत्र और शत्रु शनि की राशि कुंभ में चन्द्रमा के साथ विराजित रहेंगे।
महाशिवरात्रि के साथ ही उसी दिन शनि दोष और चार मार्च को शनि प्रदोष रहेगा। चार प्रहर की पूजा के साथ प्रदोष में भोलेनाथ की आराधना दस गुना होगी। शनि प्रदोष व्रत पुत्र प्राप्ति के लिए किया जाता है। इसके साथ इस दिन वाशी योग, सुनफा योग, शंख योग और शाम 5 बजकर 41 मिनट के बाद सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है।
महाशिवरात्रि के दिन गुरु भी मीन में और शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में रहेगा इससे मिथुन, कन्या, धनु और मीन राशि वालों के लिए हंस और मालव्य योग रहेगा। वहीं वृषभ, सिंह, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों के लिए शश योग रहेगा। यह आठों राशियों को विशेष फल देगा अन्य चार को भी सामान्य फलदायी रहेगा।
05 को पूर्णिमा व्रत, रविदास जयंती, ललिता जयंती
09 को द्विज प्रिय संकष्टी चतुर्थी
12 को यशोदा जयंती
13 को शबरी जयंती, कालाष्टमी, कुम्भ संक्रांति
14 फरवरी : जानकी जयंती
17 को विजया एकादशी व्रत
15 को स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती, रामदास नवमी
18 को महाशिवरात्रि, शनि प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी
20 फरवरी को सोमवती अमावस्या
21 को फुलेरा दूज, गुरु रामकृष्ण जयंती, चन्द्र दर्शन
23 को विनायक चतुर्थी, 25 को स्कंद षष्ठी। 27 को होलाष्टक, मासिक दुर्गाष्टमी, रोहिणी व्रत।