बता दें कि दिल्ली में मंगलवार को कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक हुई पर राजस्थान की सीटों पर चर्चा नहीं हो सकी। अब मंथन बुधवार को होगा। बताया जा रहा है कि हाड़ौती की एक सीट पर कांग्रेस ऐसे नेता को भाजपा से लाने में जुटी है, जो खुद ही विवादों में रहे हैं। वहीं कुछ सीटों पर अन्य दलों से समझौते के चलते उम्मीदवार तय नहीं हो पा रहे हैं।
पहले चरण में राजस्थान की 12 सीटों पर चुनाव होने हैं, लेकिन पार्टी इनमें से अभी तक मात्र पांच सीट बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, अलवर, भरतपुर में ही उम्मीदवार घोषित कर सकी है। अभी पहले चरण के लिए जयपुर, जयपुर ग्रामीण, श्रीगंगानगर, सीकर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा सीट पर उम्मीदवार घोषित किए जाने बाकी हैं।
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मालवीया के जाने के बाद बदला सियासी समीकरण
बाड़मेर से भी पार्टी अभी किसी नेता के नाम पर निर्णय नहीं ले सकी है। चर्चा है कि यहां हाल ही आरएलपी से आने वाले नेता को पार्टी चुनाव मैदान में उतार सकती है। महेन्द्रजीत सिंह मालवीया के भाजपा में जाने के बाद कांग्रेस को यहां भी अभी कोई मजबूत चेहरा नहीं मिला है। पहले कांग्रेस ने पैनल में मालवीया का नाम रखा था, लेकिन वे अब भाजपा के टिकट पर मैदान में उतर चुके हैं।