मोटिवेशनल स्लोगन के साथ रीजनल कंटेंट
लोकसभा आम चुनाव के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई गई। सीईओ राजस्थान के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर रीजनल कंटेंट को मोटिवेशनल स्लोग्नस के साथ पोस्ट किया गया। मतदान प्रक्रिया सहित सभी अन्य आवश्यक जानकारी को मतदाताओं तक पहुंचाया गया। राज्य में मतदाताओं को मतदान के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए विशेष ‘मीम’ सीरीज भी चलाई गई। सोशल मीडिया पर पोस्ट के लिए विशेष एसओपी बनाकर जिला स्तर तक भेजी गई। साथ ही, भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए हैशटैग के साथ पोस्ट किए गए। इसमें सी-विजिल, वीएचए, केवाईसी, सक्षम, सुविधा एप और मतदान के लिए निर्धारित वैकल्पिक दस्तावेज, मतदान दिवस एवं समय सहित अन्य जागरुकता गतिविधियों से जुड़ी पोस्ट्स की गई। यह भी पढ़ें – Good News : रेलवे की नई सुविधा, किसी भी स्थान से रेलयात्री बुक करवा सकते है जनरल टिकट क्रिएटिव डिजाइन सहित 2,500 पोस्ट
प्रवीण गुप्ता ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के सोशल मीडिया हैंडल्स की 500 से अधिक पोस्ट को राजस्थान के हैंडल्स पर पुनः प्रभावी तरीके से रीपोस्ट किया गया। निर्वाचन विभाग के सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर अप्रैल माह में दोनों चरणों के मतदान के दौरान करीब 500 क्रिएटिव डिजाइन सहित लगभग 2,500 पोस्ट की गईं। चुनाव प्रक्रिया के दौरान सीईओ राजस्थान के हैंडल पर पोस्ट किए गए कई क्रिएटिव डिजाइन, ग्राफिक और फोटोग्राफ्स को भारत निर्वाचन आयोग के हैंडल्स ने भी रिपोस्ट किया।
बेहतर प्रदर्शन वाले राज्यों के नाम
- झारखंड,राजस्थान (संयुक्त रूप से)
- कर्नाटक
- उत्तराखंड
- उत्तर प्रदेश, पंजाब (संयुक्त रूप से)
- मध्य प्रदेश
- बिहार, केरल (संयुक्त रूप से)
- आंध्र प्रदेश
- गुजरात, ओडिशा (संयुक्त रूप से)
- पश्चिम बंगाल, चंडीगढ़ (संयुक्त रूप से)
- त्रिपुरा
डीआईपीआर ने बनाए 500 से अधिक क्रिएटिव
राजस्थान के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग (डीआईपीआर) की सोशल मीडिया सेल ने आयोग के निर्देशों को आम मतदाता तक पहुंचाने के लिए करीब 500 क्रिएटिव, ग्राफिक, इन्फोग्राफिक, वीडियो, रील आदि तैयार किए। इसके अलावा मतदान दिवसों के दौरान आकर्षक, प्रेरणादायी और महत्वपूर्ण तस्वीरों को भी सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया।
नवाचारों की सफलता में सोशल मीडिया की अहम रोल
राजस्थान में दोनों चरणों के मतदान में राज्य और जिला स्तर पर विभिन्न नवाचार किए गए। इनकी सफलता में भी सोशल मीडिया की अहम भूमिका रही। साथ ही, मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने में भी सोशल मीडिया की भी अहम भूमिका रही। राज्य निर्वाचन विभाग ने सोशल मीडिया परफॉर्मेंस इंडेक्स के लिए भारत निर्वाचन आयोग को 11 नवाचारों की सूची भेजी गई थी। इनमें हनुमानगढ़ का ‘एक पाती माता पिता के नाम’ और बारां का ‘म्हारो हेलो’ जिला स्तरीय नवाचार भी शामिल हैं।