बाल कल्याण समिति अध्यक्ष नरेंद्र सिखवाल ने बताया कि 10 दिन पहले शिशु गृह में दूसरे राज्यों के बच्चों को लाया गया था। आश्रम संचालक पर कुछ आरोप थे, जिसके संदर्भ में बच्चों की काउंसलिंग करवाई गई, फिलहाल उनको रोकने जैसा मामला नजर नहीं आ रहा, मंगलवार शाम परिजनों को बुलाकर सौंप दिया गया।
वहीं बच्चों को लेने आए अभिभावकों ने सीडब्ल्यूसी को जमकर खरीखोटी सुनाई। उनका कहना था कि हमने बच्चों को पढऩे के लिए भेजा था, यहां उनको जेल में बंद कर रखा है। परिजनों के आक्रोश पर मौजूद साध्वी की रिश्तेदार भी चुप्पी साधे रही।
साध्वी के खिलाफ दर्ज मामले में पीडि़ता के बयान हो गए है। दूसरे राज्यों की मिली बच्चियों के बारे में नोटिस जारी कर दिए गए है। आगे कार्रवाई की जा रही है।
– गौरीशंकर बोहरा, कानोता थानाधिकारी